लखनऊ : प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत लगभग 15000 तदर्थ कार्यरत शिक्षकों के विनियमितीकरण की मांग
लखनऊ। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत लगभग 15000 तदर्थ शिक्षक कार्यरत हैं। 17 साल से काम कर रहे इन शिक्षकों का अभी तक विनियमितीकरण नहीं हो पाया है। इनके विनियमितीकरण की मांग को लेकर रविवार को एक प्रेसवार्ता यूपी प्रेसक्लब में आयोजित की गई। उप्र तदर्थ शिक्षक एसोसिएशन के संयोजक डॉ. श्याम शंकर उपाध्याय ने यहां कहा कि विनियमितीकरण का फायदा शिक्षकों के साथ-साथ सरकार को भी मिलेगा क्योंकि अगर तदर्थ शिक्षक विनियमित हो जाते हैं तो न्यायालयों में लम्बित उनके मुकदमे अपने आप खत्म हो जाएंगे। साथ ही राजकोष पर अतिरिक्त भार भी नहीं पड़ेगा क्योंकि तदर्थ शिक्षक पहले से ही पूरा वेतनमान मिल रहा है।