इलाहाबाद : डीएलएड (पूर्व बीटीसी) 2017 के दो वर्षीय प्रशिक्षण कोर्स में प्रवेश लेने के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिंग का कार्यक्रम जारी, चार लाख रैंक तक के अभ्यर्थी भरें विकल्प
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : डीएलएड (पूर्व बीटीसी) 2017 के दो वर्षीय प्रशिक्षण कोर्स में प्रवेश लेने के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिंग का कार्यक्रम जारी हो गया है। इसमें चार लाख राज्य रैंक तक वाले अभ्यर्थी ऑनलाइन कालेजों का विकल्प बुधवार से भर सकेंगे, उन्हें तीन अक्टूबर तक मौका दिया गया है। चार अक्टूबर को संस्था का आवंटन होगा और जिन्हें कालेज आवंटित होगा वह 11 अक्टूबर तक प्रवेश ले सकते हैं।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव डा. सुत्ता सिंह ने पहले चरण की प्रक्रिया 25 सितंबर को पूरा होने के बाद दूसरे चरण की 27 सितंबर से काउंसिलिंग कराने का कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसमें प्रथम चरण में प्रतिभाग न करने वाले सभी अभ्यर्थियों को नए सिरे से मौका दिया गया है। साथ ही प्रशिक्षण संस्थान का आवंटन होने के बाद दो हजार रुपये का शुल्क जमा करने के बाद भी प्रवेश न लेने वाले और पहले चरण में संस्थान आवंटित होने के बाद उसे अस्वीकार करके दो हजार रुपये न जमा करने वाले अभ्यर्थी भी नए सिरे से कालेजों का विकल्प भर सकेंगे। संस्था आवंटन के बाद अभ्यर्थी छह से 11 अक्टूबर तक संबंधित कालेज से संपर्क करके शैक्षिक अभिलेखों की जांच कराकर व फीस जमाकर प्रवेश ले सकते हैं। सचिव ने अभ्यर्थियों ने अधिक से अधिक कालेज विकल्प भरने को कहा है, ताकि प्रवेश प्रक्रिया जल्द पूरी हो।
*एससी व एसटी पांच से भरें विकल्प*
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव के मुताबिक प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले सभी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व विशेष आरक्षित श्रेणी यानी शारीरिक रूप से अक्षम, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आरक्षित, भूतपूर्व सैनिक स्वयं जिन्हें अब तक प्रवेश मिला नहीं है वे पांच अक्टूबर से कालेज का ऑनलाइन विकल्प दे सकते हैं। सात लाख 19 हजार 442 रैंक तक वाले ऐसे अभ्यर्थी आठ अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं। उन्हें नौ अक्टूबर को कालेज आवंटित होगा। संबंधित कॉलेज में प्रवेश की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर है।
*दो हजार रुपये वापस नहीं होगा* : जिन अभ्यर्थियों को पहले चरण में कालेज आवंटित हो गए थे और उन्होंने दो हजार रुपये ऑनलाइन भुगतान करके सीट लॉक करा ली थी, लेकिन प्रवेश नहीं लिया ऐसे अभ्यर्थियों को धनराशि वापस नहीं होगी। सचिव ने बताया कि अभिलेख जांच में विसंगति मिलने पर प्रवेश नहीं मिलने पर भी अभ्यर्थियों को धन नहीं लौटाया जाएगा।