प्रधानाध्यापक को डीएम ने किया सम्मानित
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरैया-प्रथम के प्रधानाध्यापक उमाशंकर पांडेय को शुक्रवार को सम्मानित किया। इस विद्यालय ने प्रदेश में जनपद का नाम रोशन करते हुए स्वच्छ विद्यालय का प्रथम पुरस्कार जीता है।
डीएम ने प्रधानाध्यापक उमाशंकर को सम्मानित करते हुए कहा कि इस विद्यालय का दूसरों को भी अनुशरण करना चाहिए। यदि शिक्षक थोड़ी सी मेहनत करें तो विद्यालय में अच्छा परिवेश और गुणवत्तापरक शिक्षा दी जा सकती है। जैसे की उमाशंकर पांडेय ने अपनी टीम के साथ किया है। आज उनका विद्यालय जिले के साथ प्रदेश के लिए माडल बन गया है। बता दें कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरैया-भाग एक ने प्रदेश का स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार जीता। उसने सौ में से 95 अंक हासिल करते हुए प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार ने अगस्त 2016 में स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों से आनलाइन आवेदन मांगे थे। जिसमें जनपद, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ विद्यालय का चयन कर पुरस्कार देने की योजना थी। जनपद से भी कई विद्यालयों ने इसके लिए आवेदन किया था। जिसमें पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरैयां-प्रथम को यह सौभाग्य मिला था कि जिले में यह पहले स्थान पर था और अब प्रदेश में भी उसने यह मुकाम हासिल किया है। 29 अगस्त को विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमाशंकर पांडेय को लखनऊ में राज्य परियोजना निदेशक डा. वेदपति मिश्रा एवं अपर मुख्य सचिव राज प्रताप ¨सह बेसिक शिक्षा द्वारा प्रदेश के प्रथम स्वच्छ विद्यालय का पुरस्कार दिया गया है।