फीरोजाबाद : शिक्षामित्र तीसरी बार स्कूलों में शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : शिक्षामित्र तीसरी बार स्कूलों में शिक्षण कार्य का बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए हैं। गुरुवार को जिला मुख्यालय पर शिक्षामित्रों ने अद्धऱ्नग्न होकर प्रदर्शन किया। जुलूस निकाल कर डीएम दफ्तर तक गए। यहां सरकार के खिलाफ तीखी नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा।
पूर्व में दो बार सरकार से वार्ता के बाद धरना स्थगित कर चुके शिक्षामित्र सिर्फ दस हजार रुपये मानदेय पर भड़क गए हैं। समान काम- समान वेतन की मांग करते हुए शिक्षामित्रों ने फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है। गुरुवार को धरने के दूसरे दिन शिक्षामित्रों ने कहा कि 23 अगस्त एवं 30 अगस्त को संगठन के प्रांतीय पदाधिकारियों के साथ होने वाली बैठकों में कई ¨बदुओं पर वार्ता हुई थी। सरकार के आश्वासन पर ही आंदोलन को स्थगित किया था। आश्रम पद्धति स्कूलों की नियुक्ति पत्रावली के आधार पर खुद को वेतन देने की मांग कर रहे शिक्षामित्रों ने कहा सरकार ने एनसीटीई के पैरा चार में संशोधन पर कानूनी राय लेने की बात की थी, लेकिन सरकार इन सभी ¨बदुओं को भूल गई। बैठक में जिन ¨बदुओं पर सहमति बनी थी, उन्हें भूल कर कैबिनेट में दस हजार रुपये मानदेय का प्रस्ताव रखा। शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कहा है दस हजार मानदेय के प्रस्ताव को निरस्त कर संगठनों के साथ हुई बैठक में रखे प्रस्तावों पर कार्रवाई की जाए।
शिक्षामित्रों ने कहा सरकार के इस आदेश से शिक्षामित्रों के समक्ष घर में रोजी-रोटी का संकट है। धरनास्थल से अर्द्धनग्न होकर शिक्षामित्रों ने डीएम दफ्तर तक जुलूस निकाला। सरकार के खिलाफ तीखी नारेबाजी करते हुए शिक्षामित्रों को उनका हक देने की मांग की। धरना-प्रदर्शन में प्रमुख रूप से श्रीओम यादव, संजय, सुधीर, प्रेमवती, संगीता, चंद्रपाल ¨सह, गिरीश चंद्र नायक, साहूकार वर्मा, उदय कुमार, नीरज कुमार चौहान आदि उपस्थित थे।