लखनऊ : आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के दोनों गुट फिर से बुधवार को लक्ष्मण मेला स्थल पर फिर शुरू कर रहा धरना
लखनऊ। निज संवाददाता आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के दोनों गुट फिर से बुधवार को लक्ष्मण मेला स्थल पर धरने पर बैठ गये। पेड़ की छाव व शेल्टर होम की आंड व बगैर बैनर पोस्टर के कार्यकत्रियों ने नारेबाजी करते हुये अपने हक की आवाज बुलंद की। बताते चले कि पिछले दिनों लक्ष्मण मेला स्थल पर हुयी पत्थरबाजी और लाठी चार्ज के बाद सारे धरने जबरन हटा दिये गये थे। आंगनबाड़ी कर्मचारी एंव सहायिका एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या ने बताया कि सरकार बनने के बाद जब मुख्यमंत्री गोरखपुर आये थे तब उन्होनें 120 दिनों में हमकों सम्मान जनक वेतन देनें की बात कही थी पर अभी तक कुछ भी नही हुआ। अब बगैर लिखित आदेश के किसी भी बादे को हम नहीं मानेगें और अपनी लड़ायी जारी रखेगें। उधर दूसरा गुट आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका एसोसिएशन भी किरन वर्मा के नेतृत्व में कार्यकत्रियां वेतन बढ़ाने को लेकर फिर से धरने पर बैठी है। न्यूनतम वेतन में अधिकतम काम करती हैं आगनबाड़ी कार्यकत्रियां धरने पर बैठी इंदु वर्मा व उषा मौर्या ने बताया कि केन्द्र सरकार से 3000 व राज्य सरकार से महज 1000 वेतन के बदले में हम लोगों को सर्वे करना, गर्भवती महिलाओं की जानकारी,नवजात की जानकारी, टीकाकरण, खाना बाँटना, बी. एल. ओ. का कार्य, चुनाव - पर्ची बाँटना, पहचान - पत्र का कार्य, पेंशन कार्य, आधार कार्ड, के साथ रिपोर्ट पर रिपोर्ट, बानाने का कार्य करना पड़ता है। उन्होनें अपनी पीड़ा का बखान करते हुये बताया कि अब सिर्फ इतने बेतन में घर के चुल्हों की, बच्चों के फीस की, रसोई के सिलेण्डरों की, बिजली पानी के बिलों की एवं राशन का खर्चा होता है ।