एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें लखनऊ महराजगंज इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश सिद्धार्थनगर फतेहपुर गोण्डा कुशीनगर बदायूं सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस श्रावस्ती सहारनपुर बहराइच मुरादाबाद कानपुर जौनपुर अमरोहा लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर शाहजहांपुर बागपत बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना बुलंदशहर देवीपाटन फरीदाबाद

Search Your City

इलाहाबाद : इंटरव्यू में बोर्ड के अध्यक्ष ही देंगे नंबर, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) इंटरव्यू के दौरान नंबर देने की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं करेगा।

0 comments

इलाहाबाद : इंटरव्यू में बोर्ड के अध्यक्ष ही देंगे नंबर, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) इंटरव्यू के दौरान नंबर देने की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं करेगा।

अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद । उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) इंटरव्यू के दौरान नंबर देने की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं करेगा। यूपीपीएससी के पूर्व सचिव के कार्यकाल के दौरान इंटरव्यू प्रक्रिया में बदलाव किए जाने के निर्णय की आयोग ने अपने स्तर से दोबारा समीक्षा की और पुरानी व्यवस्था को ही बरकरार रखने का फैसला किया। कुछ दिनों पहले शासन स्तर पर हुई बैठक में आयोग के अफसरों ने इस बाबत शासन को भी अवगत करा दिया।

आयोग की परीक्षाओं में इंटरव्यू के दौरान साक्षात्कार बोर्ड के सभी सदस्य अभ्यर्थियों को ग्रेड देते हैं। यह ग्रेड आपसी सहमति से दिया जाता है। इसी ग्रेड के आधार पर नंबर तय किए जाते हैं, जिसके लिए इंटरव्यू बोर्ड के अध्यक्ष को अधिकृत किया जाता है। प्रत्येक सदस्य की ओर से दिए गए ग्रेड के तहत न्यूनतम और अधिकतम नंबर में पांच अंक का अंतर होता है। यह अध्यक्ष के विवेक पर निर्भर करता है कि वह इन पांच अतिरिक्त अंकों में अभ्यर्थियों को कितना नंबर देते हैं। पूर्व सचिव के कार्यकाल में इस प्रक्रिया में बदलाव का प्रस्ताव पारित किया गया।

तय हुआ कि अध्यक्ष के साथ इंटरव्यू बोर्ड के सदस्य भी सीधे नंबर देंगे और कुल अंकों का औसत नंबर अभ्यर्थी को दिया जाएगा। हालांकि यह प्रस्ताव पारित करते वक्त नियमों पर ध्यान नहीं दिया गया।
आयोग में नए अफसरों की तैनाती के बाद इस निर्णय की दोबारा समीक्षा की गई और पाया गया कि नंबर देने की मौजूदा व्यवस्था को सुप्रीम कोर्ट भी सही ठहरा चुका है। इसके अलावा यूपी ऐक्ट 1985 और आयोग की नियमावली 2011 में भी ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिसके तहत बदलाव के प्रस्ताव को सही ठहराया जा सके। ऐसे में समीक्षा के बाद आयोग ने निर्णय लिया कि पुरानी व्यवस्था को ही बरकरार रखा जाएगा। यानी नंबर बोर्ड के अध्यक्ष ही देंगे और सदस्य पहले की तरह ग्रेड देने के लिए अधिकृत होंगे। इस बात की पुष्टि आयोग के सचिव जगदीश ने की है। पिछले दिनों शासन स्तर पर हुई बैठक में भी आयोग के अफसरों ने इस बाबत शासन को अवगत करा दिया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।