इलाहाबाद : अक्तूबर क्या दिसंबर में भी टीजीटी, पीजीटी परीक्षा मुश्किल
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद । अब यह तकरीबन तय है कि सत्र 2016 की टीजीटी, पीजीटी परीक्षा अक्तूबर में घोषित तिथियों पर किसी भी स्थिति में नहीं हो सकती। अक्तूबर क्या, अगले दो महीने में भी परीक्षा हो सकेगी, यह भी संभव नहीं है। ऐसा इसलिए कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के गठन को लेकर सरकार के स्तर से अब तक कोई सुगबुगाहट नहीं है, जबकि लखनऊ में प्रतियोगी छात्रों से मुलाकात में माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने अक्तूबर तक चयन बोर्ड के गठन का आश्वासन दिया है।
मंत्री के अक्तूबर तक चयन बोर्ड के गठन के आश्वासन पर विश्वास कर भी लिया जाए तो यह प्रक्रिया कब से शुरू होगी, कोई नहीं जानता। वैसे जुलाई में तत्कालीन चयन बोर्ड के अध्यक्ष हीरा लाल गुप्ता ने टीजीटी, पीजीटी की परीक्षाएं अक्तूबर में आठ, 15, 22 एवं 28 तारीख को कराने की घोषणा की थी। अध्यक्ष के इस्तीफे और उनके बाद एक-एक कर सभी सदस्यों के इस्तीफा देने के बाद अक्तूबर में प्रस्तावित परीक्षाओं को लेकर अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति इसलिए भी है, क्योंकि मंत्री ने भी सिर्फ चयन बोर्ड के आश्वासन की बात कही है, अक्तूबर में परीक्षा को लेकर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
चयन बोर्ड के सूत्रों के मुताबिक सरकार अगर अक्तूबर में चेयरमैन समेत अन्य सदस्यों की नियुक्ति कर भी देती है तो टीजीटी-पीजीटी परीक्षा पहले से घोषित तिथियों पर किसी भी दशा में नहीं हो सकती। टीजीटी, पीजीटी के 12 लाख से अधिक आवेदनों की परीक्षा की तैयारी में दो से तीन माह का समय लग जाएंगे। ऐसे में परीक्षा जनवरी 2018 के पहले होने की संभावना नहीं है, क्योंकि परीक्षा केंद्रों के निर्धारण से लेकर अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र भेजने आदि कामों में काफी वक्त लगेगा। अभ्यर्थी इसलिए और ज्यादा परेशान हैं क्योंकि चयन बोर्ड के मौजूदा अफसर भी इस बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।