सिद्धार्थनगर : शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों से जुड़ी आठ सूत्रीय समस्याओं को लेकर संघ के जिला इकाई ने धरना दिया, छह घंटे तक जिविनि दफ्तर पर डटे रहे शिक्षक
सिद्धार्थनगर : शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों से जुड़ी आठ सूत्रीय समस्याओं को लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ जिला इकाई ने धरना दिया। धरने में मांगों का निदान न होने पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लगभग छह घंटे तक चले धरने में मौके पर पहुंचे जिला विद्यालय निरीक्षक को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित आठ सूत्रीय मांगपत्र सौंपा।
प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर शिक्षकों व कर्मियों का जमावड़ा हुआ। इसके बाद सभी धरने पर बैठ गए। इस दौरान मांगों के समर्थन में प्रदेश सरकार पर हीलाहवाली का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। मांगों में वित्त विहीन स्ववित्त पोषित विद्यालयों में अशंकालिक शिक्षकों को पूर्णकालिक घोषित करते हुए समान कार्य के लिए समान वेतन सेवा शर्तों को लागू करने, वर्ष 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को पेंशन योजना से लाभान्वित करने, राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी निश्शुल्क चिकित्सयीय सुविधा अनुमन्य करने, बालिका विद्यालयों के जहां पुरुष प्रबंधक हैं, उन्हें शिक्षक कार्य के समय प्रवेश से रोकने के लिए सुसंगत नियम बनाने, कम्प्यूटर व व्यवसायिक शिक्षकों के पद सृजित कर कार्यरत शिक्षकों को पद से मुक्त करने, प्रयोगशाला सहायक, सफाई कर्मियों व चौकीदारों की नियुक्ति की व्यवस्था में आउट सोर्सिंग खत्म करने आदि ¨बदु शामिल हैं।
जिलाध्यक्ष द्विजेन्द्र राम त्रिपाठी की अध्यक्षता व जिला मंत्री राम विलास यादव के संचालन में संपन्न धरने में जिला संरक्षक राम विलास राय समेत डीपी द्विवेदी, संतोष दुबे, विक्रम यादव, बैजनाथ चौरसिया, साधुशरण वर्मा, गुलाम हुसैन, हैदर अब्बास रिजवी, हृदय नारायण मिश्रा, शैलेन्द्र शर्मा, जगदंबा दुबे, राम विलास कुशवाहा, योगेन्द्र ¨सह, बृजेश दुबे, ओंकार नाथ, चन्द्रभान पहलवान, चन्द्रभान त्रिपाठी, अशोक मिश्रा, मनोज शर्मा, केके पाठक, कुलदीप चौधरी, योगेन्द्र नाथ पांडेय, रामपाल चौधरी, हनुमान पांडेय, फूलचन्द्र गौड़, ओंकार नाथ पांडेय आदि की मौजूदगी रही।