लखनऊ : लिखित परीक्षा पर कितना विश्वास, महिला ने कहा, पैसे देकर बनी राजस्व निरीक्षक
जासं, लखनऊ : उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की पिछली सरकार के दौरान हुई राजस्व निरीक्षक की भर्ती प्रक्रिया पर बड़ा सवालिया निशान लग गया है। नगर निगम में कुछ समय पहले तैनात हुई राजस्व निरीक्षक अनामिका यादव एक वायरल वीडियो में गलत तरीके से प्रतियोगी परीक्षा पास करने की बात कह रही है। उसने कहा कि उसको 2016 में हुई राजस्व निरीक्षक की परीक्षा की आंसर शीट पहले मिल गई थी। वीडियो में वह घूस देने की भी बात कह रही है।
नगर आयुक्त उदयराज सिंह को इस संबंध में एक गुमनाम पत्र के जरिये शनिवार को शिकायत की गई है। जिसमें बताया गया है कि महिला का वीडियो आलमबाग के एक रेस्टोरेंट में बनाया गया था। नगर आयुक्त ने जांच अपर नगर आयुक्त नंदलाल को सौंपी है। आरोपी महिला का कहना है कि वीडियो में छेड़छाड़ की गई है। कानपुर निवासी सत्येंद्र यादव साजिशकर्ता है। वह उस पर शादी का दबाव बना रहा है। उसके खिलाफ आलमबाग थाने में तहरीर दी है।
नगर आयुक्त ने बताया कि अनामिका यादव पुत्री रामहेत यादव के खिलाफ शिकायत की गई है। उसका परीक्षा अनुक्रमांक 00097774 था। ये परीक्षा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने करवाई थी। जिसके बाद में शासन की ओर से उसको नगर निगम लखनऊ में तैनाती दी गई थी।
>>उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के जरिए हुई परीक्षा पर सवालिया निशान
’>>वीडियो वायरल मामले में नगर निगम को गुमनाम शिकायत, अपर नगर आयुक्त करेंगे जांच’
>>वायरल वीडियो में आंसर शीट पहले मिलने की बात कही
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’>>लखनऊ नगर निगम में तैनात हैं अनामिका यादव
यूपीपीएससी में मचा हड़कंप, दी सफाई
वायरल वीडियो को लेकर सबसे पहले सीबीआइ जांच की आंच में घिरे उप्र लोकसेवा आयोग में हड़कंप मच गया। चूंकि वीडियो में महिला ‘आयोग’ की बात कर रही थी, इसलिए मामले की जानकारी मिलने पर यूपीपीएससी के फोन घनघनाने लगे, लेकिन यूपीपीएससी के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र उपाध्याय ने बताया कि, उप्र लोकसेवा आयोग ने साल 2016 में राजस्व निरीक्षक की कोई परीक्षा ही नहीं करवाई थी।