इलाहाबाद : फर्जी आदेश से कार्यमुक्त होने वालों पर दर्ज होगी एफआइआर, शिक्षामित्रों का मानदेय तय करने वाले फर्जी लेटर मामले पर एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है
इलाहाबाद ब्यूरो । इस वर्ष शिक्षा निदेशालय ने समूह ‘ग’ व ‘घ’ के एक भी कर्मचारी का तबादला आदेश जारी नहीं किया है। इसके बावजूद एक के बाद एक जारी हुए फर्जी आदेशों से दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों ने तबादले
का लाभ ले लिया। फर्जी आदेश के सहारे कर्मचारियों ने एक जिले से कार्यमुक्त होकर दूसरे जिले में कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। संबंधित जिलों के अधिकारियों ने इन नियुक्तियों की सूचना निदेशालय भेजी तो अफसर सन्न रह गए। फर्जी आदेश पर तबादला लेने वाले कर्मचारियों पर अब एफआइआर दर्ज कराने के आदेश हुए हैं। 1शिक्षा विभाग के जिले से लेकर मंडल स्तर के कार्यालयों में तैनात समूह ‘ग’ व ‘घ’ कर्मचारियों का स्थानांतरण शिक्षा निदेशालय से अपर शिक्षा निदेशक बेसिक की ओर से जारी होते हैं। पिछले साल बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के स्थानांतरण हुए थे, जिन्हें बाद में विभागीय अफसरों व कर्मचारियों ने एकजुट होकर मनचाहा संशोधन करा लिया था। इस बार कर्मियों के तबादले पर अब तक निर्णय ही नहीं हो सका है और तमाम गंभीर रोगों से ग्रसित कर्मचारी चाहकर भी स्थानांतरण का लाभ नहीं ले पाए। उनके प्रकरण लंबे समय से यहां लंबित चल रहे हैं।
इसी बीच कुछ तिकड़म बाज कर्मचारियों ने फर्जी आदेश बनवाकर मनचाहा तबादला ले लिया। 12 जुलाई को शिक्षा निदेशालय ने निर्देश दिया कि समूह ‘ग’ व ‘घ’ के उन कर्मचारियों पर एफआइआर दर्ज कराई जाए, जिन्होंने फर्जी व कूटरचित आदेश से स्थानांतरण का लाभ लिया है। इसके बाद 28 जुलाई को निदेशालय को छह और फर्जी स्थानांतरण आदेश मिले, उन पर कार्रवाई के लिए जिले व मंडल के अधिकारियों को कार्रवाई के लिए आदेश दिया गया। इसी बीच दो और फर्जी आदेश जो 27 जून को निर्गत हुए फिर पकड़ में आए हैं। इस पर शिक्षा निदेशालय के सहायक शिक्षा निदेशक सत्यनारायण ने संबंधित जिलों को नये सिरे से आदेश दिया है कि समूह ‘ग’ व ‘घ’ के कर्मियों के स्थानांतरण अभी निदेशालय में विचाराधीन हैं, जो भी तबादला आदेश हुए हैं वह फर्जी हैं। यह निदेशालय से निर्गत नहीं हुए हैं। इनका अनुपालन कतई न किया जाए।
*परिषद सचिव का आदेश फर्जी मिला :*
बेसिक शिक्षा परिषद सचिव संजय सिन्हा का एक आदेश फर्जी मिल चुका है। पिछले महीने शिक्षामित्रों का मानदेय तय करने का निर्देश किसी जालसाज ने तैयार कराकर सोशल मीडिया में चला दिया। इस मामले में एफआइआर दर्ज कराई गई है।