लखनऊ : बीएसए ने बनाई तीन सदस्यीय कमेटी, मान्यता पर खतरा
- तीन दिन बाद भी दहशत में है छात्र, अभिभावक का बच्चे को स्कूल से निकालने पर इनकार
लखनऊ। कार्यालय संवाददाता पीजीआई के वृन्दावन स्थित सेंट जॉन विनी स्कूल में कक्षा तीन के छात्र की मारपीट के मामले में शुक्रवार को दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी के स्तर पर बनाई गई इस समिति में खंड शिक्षा अधिकारी मुईन अहमद और नगर क्षेत्र-1 की खंड शिक्षा अधिकारी नीलम सिंह शामिल हैं। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि समिति के सदस्य विद्यालय का स्थलीय निरीक्षण करते हुए अपनी रिपोर्ट साक्ष्य सहित सात दिन में उपलब्ध कराएंगे। पीजीआई थाना क्षेत्र के उतरेठिया में संचालित सेंट जॉन विनी स्कूल में कक्षा तीन के छात्र रितेश के साथ शिक्षिका द्वारा मारपीट की घटना सामने आई थी। जिसका वीडियो सामने आया। इस पर जांच शुरू की गई है। बीएसए ने बताया कि यह नि:शुल्क एवं बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 का स्पष्ट उल्लंघन है। अधिनियम में शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न पर रोक है। इसलिए मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित गठित की गई है। सीसीटीवी फुटेज भी देखी जाएगी। इसके अलावा अभिभावकों और छात्रों से बात की जाएगी। स्कूल का माहौल भी देखा जाएगा। पहले भी घटनाएं हुई हैं नहीं, इसकी भी जांच होगी। यदि ऐसा होता आया है तो यही समझा जाएगा कि विद्यालय ने इसे रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किए हैं। ऐसे में स्कूल की मान्यता प्रत्याहरण की सिफारिश भी की जाएगी। (बॉक्स) दहशत में है रितेश घटना को तीन दिन बीत चुके हैं। तीसरी कक्षा का छात्र रितेश अब भी दहशत में है। शिक्षिका के नाखूनों के निशान अब भी रितेश के चेहरे पर मौजूद हैं। पिता प्रवेन्द्र गुप्ता कहते हैं कि चेहरा अब भी सूजा हुआ है। बच्चा पिछले तीन दिन से शांत है। तीन दिन भले ही गुजर गए हो लेकिन उसका खौफ बच्चे के दिल और दिमाग पर हावी है। पिता कहते हैं कि बच्चे को स्कूल से निकालने के बारे में कुछ नहीं सोचा है। वह कहते हैं कि स्कूल में कोई परेशानी नहीं है। यह दुखद घटना है। स्कूल ने शिक्षिका को निकाल दिया है। पहली प्राथमिकता बच्चों के मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाना है।