उन्नाव : सरकार का सख्त रुख देख बड़ी संख्या में स्कूल लौटे शिक्षामित्र
अमर उजाला उन्नाव । समायोजन रद्द होने के विरोध में शिक्षण कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन की राह पर निकले शिक्षामित्रों पर सीएम ने हाजिरी का अंकुश लगाया है। बीएसए से प्रतिदिन शिक्षामित्रों की हाजिरी का ब्योरा मांगा गया है। सरकार की सख्ती छठवें दिन ही असरदार हो गई। 2800 से अधिक अनुपस्थित चल रहे शिक्षामित्रों की संख्या शनिवार को घटकर 730 पर पहुंच गई। बड़ी तादाद में शिक्षामित्रों की स्कूल वापसी से अफसरों ने राहत महसूस की।
शिक्षामित्रों के लगातार स्कूल बहिष्कार से खफा सीएम योगी के निर्देश पर 9 सितंबर को निदेशक बेसिक शिक्षा डा. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने बीएसए को पत्र जारी कर शिक्षामित्रों की प्रतिदिन की हाजिरी तलब की थी। प्रभारी बीएसए नसरीम फारूकी ने सभी बीईओ की मदद से शिक्षामित्रों की हाजिरी का ब्योरा जुटाना शुरू किया।
12 सितंबर को पहले दिन शुरू हुई मानीटरिंग में जिले के 3462 शिक्षामित्रों में से 2839 अनुपस्थित मिले। 13 सिंतबर को 2805, 14 को 2857, 15 को 2355 वहीं 16 सितंबर शनिवार को 730 शिक्षामित्रों की अनुपस्थित बीएसए कार्यालय में दर्ज हुई। शिक्षामित्रों की हजारों से सैकड़ों में अनुपस्थित रिपोर्ट आने से अधिकारियों ने राहत महसूस की है। शिक्षामित्रों की स्कूल वापसी से अफसरों में शिक्षा व्यवस्था जल्द पटरी पर आने की उम्मीद जगी है।
प्रभारी बीएसए ने बताया कि सरकार की सख्ती का परिणाम सामने आया है। शनिवार को 3462 शिक्षामित्रों में से 730 बिना सूचना अनुपस्थित रहे। रिपोर्ट निदेशक कार्यालय को भेज दी गई है।
- शुक्रवार को 2355 शिक्षामित्र अनुपस्थित थे,शनिवार को संख्या रही 730, शिक्षामित्रों की वापसी से शैक्षिक माहौल सुधरने की उम्मीद