एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

मेरठ : सिर्फ मेधावियों की होगी प्राइमरी स्कूलों में एंट्री, सरकार ने फिलहाल प्राइमरी स्कूलों में भर्ती प्रक्रिया बदली है, इसमें हाईस्कूल से बीटीसी तक केवल 10-10 फीसदी अंक मिलेंगे।

0 comments

मेरठ : सिर्फ मेधावियों की होगी प्राइमरी स्कूलों में एंट्री, सरकार ने फिलहाल प्राइमरी स्कूलों में भर्ती प्रक्रिया बदली है, इसमें हाईस्कूल से बीटीसी तक केवल 10-10 फीसदी अंक मिलेंगे।

मेरठ । पिछले वर्षों में प्राइमरी स्कूलों में एकेडमिक के आधार पर मेरिट में आगे रहते हुए शिक्षक बनने वालों का एकछत्र राज इस बार खत्म हो जाएगा। इन स्कूलों में अब केवल मेधावियों की ही एंट्री हो सकेगी। प्रोफेशनल कोर्स, प्राइवेट यूनिवर्सिटी एवं टीचर ट्रेनिंग कोर्स में अधिक नंबरों के दम पर अब मेरिट में जगह नहीं बन सकेगी। नियुक्ति से पहले दो सौ नंबरों के टेस्ट में केवल वही छात्र सफल होंगे जिनकी विषयों पर पकड़ होगी। हाईस्कूल से बीटीसी तक नंबरों का अब पूरी तरह प्रभावी नहीं होंगे।

प्रदेशभर के प्राइमरी स्कूलों में 68 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की तैयारियां चल रही हैं। दिसंबर में आवेदन प्रक्रिया होने की उम्मीद है, लेकिन विशिष्ठ बीटीसी और टीईटी के बाद बीटीसी से नियुक्ति के बाद इस बार की प्रक्रिया बिल्कुल नए तरीके से होगी। सरकार एकेडमिक के केवल 40 और टेस्ट के 60 फीसदी अंकों को जोड़कर मेरिट बना रही है। एकेडमिक में भी हाईस्कूल, इंटर, यूजी और बीटीसी के 10-10 फीसदी अंक जुड़ेंगे। इसका फायदा सीधे तौर पर उन छात्रों को होगा जो किन्हीं कारणों से इन कक्षाओं में अंक प्रतिशत में पिछड़ गए। पिछली भर्तियों में प्राइवेट यूनिवर्सिटी और प्रोफेशनल कोर्स में 80-85 फीसदी नंबर वाले छात्रों के आगे ट्रेडिशनल कोर्स पिछड़ गए थे। लेकिन अब एकेडमिक मेरिट सीमित करने से छात्रों को मौका मिलेगा।

पहले और अब में ऐसे आएगा अंतर : विशिष्ठ बीटीसी में हाईस्कूल, इंटर, स्नातक और बीएड के कुल अंक प्रतिशत को जोड़ते हुए मेरिट तैयार हुईं, लेकिन इस मेरिट में सीबीएसई के स्टूडेंट बाजी मार गए। 2006 एवं 2007 में सीबीएसई स्टूडेंट को इस मेरिट से सर्वाधिक लाभ मिला। बाद में राजकीय कॉलेजों में टीजीटी की मेरिट में बदलाव हुआ। इसमें हाईस्कूल के 10, इंटर के 20, स्नातक के 40 फीसदी अंक लिए गए। बीएड में थ्योरी-प्रैक्टिकल में प्रथम श्रेणी पर 12-12, द्वितीय श्रेणी पर 6-6 और तृतीय पर 3-3 नंबर दिए गए। लेकिन इस प्रक्रिया में प्राइवेट यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन एवं निजी कॉलेजों से बीएड करने वाले आगे निकल गए।

सरकार ने फिलहाल प्राइमरी स्कूलों में भर्ती प्रक्रिया बदली है। इसमें हाईस्कूल से बीटीसी तक केवल 10-10 फीसदी अंक मिलेंगे। इससे निजी कॉलेजों या यूनिवर्सिटी से ऊंचे और अन्य यूनिवर्सिटी से कम अंक वाले छात्रों के बीच अंतर सिमटेगा। टेस्ट से 60 फीसदी लिए जाएंगे। ऐसे में जिसने भी पढ़ाई अच्छे से की है वह इस टेस्ट में अच्छा स्कोर करेगा और कुल मेरिट में आगे जाएगा। टीईटी में भी अधिकांश स्टूडेंट फिल्टर हो जाएंगे। बीएड के आधार पर जूनियर और टीजीटी में भी छात्रों को नई व्यवस्था से ही टेस्ट कराने की उम्मीद है। फिलहाल टीजीटी में शासन संबंधित विषय के 125 सवाल पूछता है जिससे छात्र का समग्र मूल्यांकन नहीं हो पाता। उत्तराखंड और दिल्ली में टीजीटी में आवेदन के लिए टीईटी अनिवार्य है जबकि यूपी में इससे छूट है। छात्र यूपी में भी टीजीटी के टेस्ट के लिए भी टीईटी अनिवार्य करने की मांग कर रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।