इलाहाबाद : साढ़े 12 वर्ष इंतजार के बाद मिला एनपीएस का लाभ
🔴 पहले चरण में 1425 शिक्षकों एवं कर्मचारियों कीजनवरी-फरवरी में वेतन से हुई कटौती का बिल भेजा गया कोषागार
🔵 दूसरे किस्त में मार्च से सितंबर तक एवं तीसरी किस्त में मई से दिसंबर 2016 तक राशि 15 दिनों में होगी स्थानांतरित
अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट इस मांग को लेकर लंबे समय से कर रहा था धरना-प्रदर्शन
इलाहाबाद। जिले के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को नई पेंशन योजना (एनपीएस) का लाभ साढे़ बारह वर्ष के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार अब मिलना शुरू हुआ। अप्रैल 2005 से तैनात शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों में से पहले चरण में 1425 के जनवरी एवं फरवरी 2017 में वेतन से हुई कटौती का बिल बृहस्पतिवार को कोषागार भेजा गया। वहां से टोकन प्राप्त होते ही अभिदाता और नियोक्त अंश एनपीएस के ट्रस्टी बैंक को स्थानांतरित किया जाएगा, जहां से धनराशि के निवेशित होने की सूचना उनके मोबाइल पर शीघ्र मिलेगी।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट इस मांग को लेकर वर्ष 2014 से लखनऊ तथा यहां डीआईओएस कार्यालय पर लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहा था। इसे लेकर 31 अगस्त को को भी डीआईओएस कार्यालय पर धरना दिया गया था। इस दौरान डीआईओएस आरएन विश्वकर्मा ने एनपीएस के क्रियान्वयन के लिए एक माह की मोहलत मांगी थी। बृहस्पतिवार को संघ का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी के नेतृत्व में डीआईओएस से मिला तो उन्होंने इस संबंध में जानकारी दी। श्री द्विवेदी के मुताबिक एनपीएस का क्रियान्वयन कराने में साढ़े बारह वर्ष का समय व्यतीत हो गया। इस अवधि में शिक्षकों को बड़ा आर्थिक नुकसान हो चुका है। पहली बार डीआईओएस विश्वकर्मा ने इस मामले में गंभीरता से कार्य किया। उन्होंने इसके लिए डीआईओएस को धन्यवाद दिया।
श्री द्विवेदी ने बताया कि योजना के दूसरे किस्त में मार्च से सितंबर 2017 तक, सात माह की कटौती की धनराशि तथा तीसरी किस्त में मई से दिसंबर 2016 तक, आठ माह की कटौती की राशि अगले 15 दिनों में स्थानांतरित होगी। बताया कि डीआईओएस ने पूर्व के अवशेष महीनों की कटौती भी नवंबर के वेतन से प्रारंभ करने का आश्वासन दिया है।