इलाहाबाद : 15 अक्तूबर को प्रस्तावित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2017 के दौरान यदि किसी परीक्षा केंद्र पर नकल या अनुशासनहीनता की शिकायत मिली तो नकल की शिकायत पर रद्द होगा टीईटी का परिणाम
हिन्दुस्तान टीम, इलाहाबाद । 15 अक्तूबर को प्रस्तावित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2017 के दौरान यदि किसी परीक्षा केंद्र पर नकल या अनुशासनहीनता की शिकायत पायी जाती है तो उस परीक्षा केंद्रा का परिणाम रद्द कर दिया जाएगा। साथ ही उस केंद्र पर सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थी भविष्य में आयोजित होने वाली किसी भी टीईटी में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ. सुत्ता सिंह ने टीईटी के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। सचिव ने साफ किया है कि नकलविहीन और शुचितापूर्वक परीक्षा कराने के लिए शासन प्रतिबद्ध है। किसी प्रकार की अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई होगी।
खास-खास
यदि कोई अभ्यर्थी परीक्षा शुरू होने के बाद कोई आता है तो परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी
परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पहले परीक्षा कक्ष/हाल खोले जाएंगे
वैध प्रवेश नहीं होने पर परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं मिलेगी
अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र, आवश्यक दस्तावेज, कार्ड बोर्ड या क्लिपबोर्ड और काले बॉलपेन के अलावा परीक्षा कक्ष में कोई चीज ले जाने की अनुमति नहीं मिलेगी।
केंद्र अधीक्षक या संबंधित निरीक्षक की विशेष अनुमति के बिना कोई भी अभ्यर्थी परीक्षा समाप्त होने तक अपनी सीट नहीं छोड़ेगा
पेपर शुरू होने के दस मिनट पहले अभ्यर्थी को एक सीलबंद टेस्ट बुकलेट दी जाएगी जिसमें उत्तरपुस्तिका होगी
निरीक्षक की घोषणा के बाद ही टेस्ट बुकलेट खोलेंगे। अभ्यर्थियों को काले बॉलपेन से आवरण पृष्ठ पर अपेक्षित विवरण भरना है
अभ्यर्थी को रफ कार्य उत्तर पत्रक पर नहीं करना चाहिए। रफ कार्य टेस्ट बुकलेट पर ही किया जाना है