इलाहाबाद : आठ से तय थी परीक्षा, निरस्त करने की नहीं हुई घोषणा, 2016 टीजीटी-पीजीटी परीक्षा को लेकर प्रतियोगियों में असमंजस, नौ को आ रहे शिक्षा मंत्री से मिलवाने के लिए डीएम को दिया पत्र
अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से वर्ष 2016 टीजीटी-पीजीटी की परीक्षा आठ अक्तूबर से कराने की घोषणा हुई, लेकिन इसके बाद बोर्ड के चेयरमैन ने इस्तीफा दे दिया। इस बीच न चयन आयोग का गठन हुआ और न ही सरकार ने परीक्षा की नई तिथियां घोषित कीं। इससे अभ्यर्थियों में नाराजगी है। इन मांगों के साथ चयन प्रक्रिया बहाल करने की मांग प्रतियोगी छात्र लगातार कर रहे हैं। अब नौ अक्तूबर को माध्यमिक शिक्षा मंत्री के इलाहाबाद आने की योजना है, सो बीएड उत्थान जन मोर्चा एवं युवा अधिकार मंच के नेतृत्व में प्रतियोगियों ने शनिवार को डीएम को पत्र सौंपकर शिक्षा मंत्री से वार्ता कराने की मांग की है।
टीजीटी-पीजीटी 2016 की परीक्षा में सात लाख से अधिक अभ्यर्थियों को शामिल होना है। मई में चयन बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन हीरालाल गुप्ता ने आठ से 29 अक्तूबर के बीच परीक्षा कराने का कार्यक्रम जारी किया था, लेकिन उनके इस्तीफा के बाद से सरकार की ओर से यह नहीं बताया गया कि परीक्षा अब कब होगी। हालांकि, पिछले माह प्रतियोगी छात्रों ने लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ.दिनेश शर्मा से मुलाकात की थी तो उन्होंने 15 अक्तूबर तक चयन बोर्ड के गठन का आश्वासन दिया था लेकिन इसे लेकर सरकार का जो रवैया है, उसे देखते हुए अगले सप्ताह में भी चयन बोर्ड के गठन की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में प्रतियोगियों की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है।
शनिवार को संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह के नेतृत्व में प्रतियोगियों ने डीएम को पत्र सौंपकर नौ अक्तूबर को इलाहाबाद आ रहे शिक्षा मंत्री से वार्ता कराने की मांग की। इसके बाद हुई बैठक में उन्होंने कहा कि बार-बार आश्वासन से प्रतियोगी आजिज आ चुके हैं। ऐसे में अब वे निर्णय चाहते हैं। कहा कि वार्ता में शिक्षा मंत्री ने ठोस आश्वासन न दिया तो 25 अक्तूबर को डीएम के माध्यम से सीएम एवं पीएम को ज्ञापन भेजकर संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। इसमें राजेश सचान, संगीता पाल, राहुल कुमार सिंह, उमाशंकर सिंह, उदय सिंह, अरविंद मौर्या, नीतू सिंह आदि शामिल थीं।