इलाहाबाद : सफाई अभियान से जुड़ेंगे मदरसे, केंद्र सरकार 22 हजार मदरसों में टायलेट बनवाने जा रही
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद । स्वच्छता अभियान से मदरसे भी जुड़ेंगे। इसके तहत सभी मदरसों में टायलेट बनेगा। पैतृक गांव के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को प्रेसवार्ता में बताया कि केंद्र सरकार 22 हजार मदरसों में टायलेट बनवाने जा रही है।
उन्होंने कहा कि मदरसों में मुख्य धारा की शिक्षा भी शुरू होगी। गरीब नवाज कौशल विकास केंद्राें में सेनेटरी सुपरवाइजर के तीन से छह महीने के कोर्स शुरू किए जाएंगे। इससे सफाई अभियान को मजबूती मिलने के साथ अल्पसंख्यक गरीब युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। प्रदेश में मदरसों को लेकर शुरू विवाद पर उन्होंने कहा कि बहुत फंड दिए जाते हैं। उसी का हिसाब मांगा जा रहा है तो विवाद हो रहा है। सरकारी पैसे का हिसाब तो सभी को देना होगा। उन्होंने केंद्र सरकार की तीन वर्ष की उपलब्धियां भी गिनाईं।
उनका कहना था कि सामाजिक, आर्थिक, विदेश हर स्तर पर भारत मजबूत हुआ है। भ्रष्टाचार पर नियंत्रण हुआ है। इसी क्रम में चुनाव सुधार के क्षेत्र में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। राजनीतिक दलों के फंड पर निगरानी की व्यवस्था की गई है। इसी के साथ एक राष्ट्र एक चुनाव की तरफ कदम बढ़ाया गया है। इससे आर्थिक बोझ कम होने के साथ विकास में रुकावट भी नहीं आएगी। हालांकि इसका प्रारूप क्या होगा और कब तक लागू हो पाएगा के सवाल पर उन्होंने इतना ही कहा कि सभी राजनीतिक दलों की सहमति से ही यह हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बने यह सबकी इच्छा है। सबकी सहमति से मंदिर बने तो अच्छी बात है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सबको इंतजार करना होगा। प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के 2019 से पहले राम मंदिर बनने के बयान पर उन्होंने कहा कि यह उनकी भावना है। मंदिर बने सभी चाहते हैं। नकवी ने नोटबंदी, जन धन खाता खुलवाने आदि योजनाओं को बड़ी उपलब्धि बताया।
प्रदेश में मुठभेड़ में अपराधियों के मारे जाने को केंद्र सरकार की भी मौन स्वीकृति मिली हुई है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। इस पर नियंत्रण के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे। हालांकि एनकाउंटर के समर्थन के सवाल पर उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उनका कहना था कि इस बारे में वह कुछ नहीं बोलना चाहते लेकिन अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने ही पड़ेंगे।