लखनऊ : लिखित आदेश के बगैर नही मान रहीं, 23 को प्रदेशभर की आंगनबाड़ी देगी धरना, टालना पड़ा वजन दिवस
हिन्दुस्तान टीम, लखनऊ : आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल को मंगलवार को राजेन्द्र प्रसाद सिंह निदेशक बाल विकास एवं पुष्टाहार ने वार्ता के लिए बुलाया। एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजली मौर्या ने बताया कि यह वार्ता 24 अक्टूबर को होने जा रहे वजन दिवस को सफल बनाने की लिये बुलाई गयी थी।
निदेशक ने एसोसिएशन के पैनल से बजन दिवस को सफल बनाने की अपील की परन्तु जब हम लोगों ने अपनी मांगों के विषय में वार्ता की तो उन्होंने त्यौहारों के अवकाश का हवाला देकर इसको टाल गये। गीतांजलि ने बताया कि इसके बाद हम लोगों की वार्ता एपीसी समिति के राज प्रताप सिंह कृषि उत्पादन आयुक्त से हुयी, उन्होंने मानदेय बढ़ाने पर सहमति जतायी और धरना समाप्त करने को कहा। जवाब में एसोसिएशन की ओर से कहा कि लिखित घोषणा के बगैर हमारा आन्दोलन नहीं रूकेगा और आगामी 23 को प्रदेशभर की आंगनबाड़ी लखनऊ में धरना देंगी।
*टालना पड़ा वजन दिवस*
एसोसिएशन की ओर से महामंत्री प्रभावती देवी ने बताया कि राजेन्द्र प्रसाद सिंह निदेशक बाल विकास एवं पुष्टाहार की ओर से आगामी 24 अक्टूबर को आयोजित होने जा रहा वजन दिवस में हमलोगों के शामिल न होने की बजह से इसको फिलहाल किसी और तिथि के लिए टालने की मजबूरी हो गई।
*एपीसी कमेटी मानदेय बढ़ाने के पक्ष में*
एसोसिएशन की उपाध्यक्ष सरिता सिंह के मुताबिक मंगलवार को उनकी वार्ता एपीसी राज प्रताप सिंह से भी करायी गयी । वह आंगनबाड़ी के काम को देखते हूए मानदेय बढ़ाने के पक्ष में दिखे। उन्होने कहा कि कुछ औपचारिकताएं शेष हैं, कभी भी इस फैसले की घोषणा हो सकती है।
*लिखित आदेश के बगैर नही थमेगा आंदोलन*
गीतांजली ने बताया कि आश्वासन तो बहुत समय से मिलते रहते है लेकिन जबतक कोई लिखित आदेश नहीं मिलता तब तक हम लोग का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होनें कहा कि इसी क्रम में आगामी 23 अक्टूबर को एसोसिएशन से जुड़ी कार्यक्रत्रियां लखनऊ में विशाल धरना देंगी।