लखनऊ : आमरण अनशन कर रहे प्रशिक्षु शिक्षकों की हालत बिगड़ी, एक को बीती रात, चार को रविवार दिन में प्रशासन ने अस्पताल में कराया भर्ती, अनशन में शामिल 40 से अधिक महिलाओं ने शिक्षा निदेशालय में मनाया करवा चौथ
अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद । मौलिक नियुक्ति की मांग को लेकर शिक्षा निदेशालय में आमरण अनशन पर बैठे प्रशिक्षु शिक्षकों की हालत लगातार नाजुक होती जा रही है लेकिन निदेशालय से उच्चाधिकारियों से लेकर शासन तक पर इसका रत्ती भर असर नहीं पड़ रहा है। पांच दिन से अनशन पर बैठे पांचों प्रशिक्षु शिक्षकों की तबियत बिगड़ गई। एक को शनिवार देर रात जबकि चार को रविवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रशिक्षु शिक्षकों ने 16 दिन लगातार धरना-प्रदर्शन के बाद तीन अक्तूबर से आमरण अनशन शुरू किया। इसमें से एक अश्वनी कुमार की शनिवार देर रात तबियत बिगड़ गईं। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार सुबह चिकित्सकों के दल ने चारों अनशकारियों राम सजीवन विश्वकर्मा, भोजराज सिंह, चंद्रसेन एवं नाहर सिंह का स्वास्थ्य परीक्षण किया। उनकी भी हालत नाजुक होने की रिपोर्ट मिलने पर दिन में 11 बजे एसीएम द्वितीय शिवानी सिंह पुलिस बल के साथ अनशन स्थल पर पहुंची और चारों को अस्पताल में भेजकर भर्ती कराया।
इस बीच अनशन स्थल पर मौजूद 28 जिलों के करीब 350 प्रशिक्षु शिक्षकों में शामिल 40 से अधिक महिलाओं ने करवा चौथ भी वहीं मनाया लेकिन शासन-प्रशासन इसे लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। प्रशिक्षु शिक्षक भानु प्रताप सिंह का कहना है कि सभी अहर्ताएं पूरी कर चुके प्रशिक्षु शिक्षक विद्यालयों में तैनाती के लिए शासन के आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। कहा कि जब तक आदेश जारी नहीं होगा, अनशन पर बैठे रहेंगे।