प्रतापगढ़ : बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए आयोजित वजन दिवस फ्लाप, 80 फीसद बच्चे वंचित
जासं, प्रतापगढ़ : बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए आयोजित वजन दिवस जिले में बुरी तरफ फ्लॉप हो गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल की वजह से केवल 20 फीसद बच्चों का ही वजन किया जा सका। ऐसे में अब सरकार को इस बारे में नए सिरे से योजना तैयार करनी पड़ेगी।
जिले में वजन दिवस 24 और 27 अक्टूबर को आयोजित किया गया था। पहले चरण में नौ ब्लाकों में वजह कराया गया था। जिसमें 70 फीसद आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने के कारण केवल 20 फीसद बच्चों का ही वजन हो सका था। दूसरे चरण में शुक्रवार को आठ ब्लाक और प्रतापगढ़ शहर में वजन कराया गया। शुक्रवार को केवल 19.12 फीसद बच्चों का ही वजन लिया जा सका। इस दौरान 6051 कुपोषित तथा 2511 अतिकुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए। जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने भ्रमण कर बच्चों का वजन कराया।
जिले में कुल 3.65 लाख बच्चों का वजन किया जाना था। इस तरह से करीब 80 हजार बच्चों का ही वजन हो पाया है। 2.75 लाख से अधिक बच्चे वजन कराने से वंचित रह गए हैं। ऐसे में अब प्रशासन पूरी रिपोर्ट शासन को भेजेगा। जिसके बाद शासन नए सिरे से कोई योजना बना सकता है।
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मांगी हड़ताली कार्यकर्ताओं की सूची
प्रतापगढ़ : जिले में पिछले कई दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आंदोलन मानदेय बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर चल रहा है। बाल विकास परियोजना निदेशक ने जिले के हड़ताली कार्यकर्ताओं की सूची मांगी है। डीपीओ संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि धरना प्रदर्शन में शामिल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सूची जल्द ही निदेशक के पास भेजी जाएगी।
विकास भवन व कचहरी में हुआ प्रदर्शन
जासं, प्रतापगढ़ : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को वजन दिवस का बहिष्कार करते हुए विकास भवन व कचहरी में धरना प्रदर्शन किया। विकास भवन में आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुषमा कुरील व जिलाध्यक्ष बबिता ¨सह के नेतृत्व में आंदोलन किया गया। संघ के वरिष्ठ संरक्षक प्रेम शंकर पांडेय ने कहा कि आंगनबाड़ी के आंदोलन से वजन दिवस पूरी तरह फ्लाप रहा। लखनऊ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर किए गए लाठी चार्ज की उन्होंने कड़ी ¨नदा करते हुए आरोपी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष मिथलेश ¨सह ने सरकार की हठधर्मिता पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को इनकी मांगें मान लेना चाहिए। अध्यक्षता कुसुम गुप्ता व संचालन नीलिमा ¨सह ने किया।
उधर कचहरी में महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष माधुरी ¨सह के नेतृत्व में धरना दिया गया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विरोधी है। जब तक मानदेय वृद्धि एवं अन्य मांगे नहीं मानी जाती हैं, तब तक विभाग का कोई काम नहीं किया जाएगा। धरने में सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत नंदन ओझा ने कहा कि संविदा कर्मियों की मांगों को केंद्र सरकार के समक्ष रखकर संघर्ष किया जा रहा है। रेखा शुक्ला, मंडला ¨सह, सत्यभामा, प्रकाशवती, ऊषा ¨सह, सुशीला त्रिपाठी, सुमित्रा, शीला, राधा, मीना, सरिता, संजू गुप्ता, उमा, निर्मला आदि मौजूद रहीं। धरने के उपरांत सीआरओ राम ¨सह वर्मा को ज्ञापन सौंपा गया।