बदायूं : जिले के 88 मुन्नाभाई बने गुरुजी, होंगे बर्खास्त, फर्जी शिक्षकों में मची खलबली
जागरण संवाददाता, बदायूं : डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के चकित करने वाले आंकड़े सामने आए हैं।
जांच के दौरान पहले दिन चार शिक्षकों के फर्जी होने के बाद दूसरे दिन की जांच में 84 अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं के फर्जी होने की पुष्टि हुई है। सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने विभाग को प्राप्त सत्यापन के आधार पर जांच के अलावा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जाकर भर्तियों के आवेदन के दौरान अभ्यर्थियों के अनुक्रमांक से सूची का मिलान किया।
11 नवंबर तक फर्जी शिक्षक-शिक्षिकाओं को बर्खास्त कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।1वर्ष 2005 के सत्र की बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं की बर्खास्तगी तय मानी जा रही है। शिकायत होने पर एसआइटी ने जांच करके प्रमाण पत्रों से छेड़छाड़ करने व विश्वविद्यालय में डाटा न होने वाले 4623 फर्जी शिक्षक-शिक्षिकाओं की सूची मुहैया कराई है।
सोमवार को सुबह सूची से विभाग को प्राप्त हुए सत्यापन का मिलान किया गया। 84 शिक्षक-शिक्षिकाएं फर्जी निकलकर सामने आए। इसके बाद भर्तियों के समय भरे गए अंक व अनुक्रमांक से एसआइटी की सूची का मिलान किया गया। जिसमें चार और फर्जी निकलकर आए। विभिन्न भर्तियों में नौकरी पाने वाले 1923 शिक्षक-शिक्षिकाओं के प्रमाण पत्रों की छायाप्रति की जांच हुई। एसआइटी की ओर से जांच के दौरान डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड करने वाले 265 अभ्यर्थियों की सूची से भी मिलान किया गया।
दो दिन की जांच में 88 शिक्षक-शिक्षिकाओं को चिंहित किया गया है। फोन करके सहायक शिक्षा निदेशक को जानकारी दी गई है। दूसरे दिन पूरा दिन जांच करने के बाद बीएसए तीसरे दिन भी जांच करेंगे और लिखित में रिपोर्ट एडी बेसिक को भेजी जाएगी।
अंर्तजनपदीय स्थानांतरण वाले भी होंगे चिंहित:
सहायक शिक्षा निदेशक को फर्जी शिक्षक-शिक्षिकाओं की सूची भेजने के बाद अंर्तजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया में अन्य जिलों में गए फर्जी शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी बाहर करने की प्रक्रिया शुरु होगी। संबंधित जिले के बीएसए को पत्र लिखा जाएगा और जानकारी दी जाएगी।