बाराबंकी : चार शिक्षक निलंबित, तीन शिक्षामित्रों का वेतन कटा,
ब्यूरो/अमर उजाला, बाराबंकी। जिले की प्राथमिक शिक्षा के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुधवार सुबह परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण करने निकले तो दस बजे तक तीन स्कूलों में ताले लटकते मिले। शिक्षक से लेकर शिक्षामित्र तक सभी ड्यूटी से नदारद थे। कुछ बच्चे जरूर स्कूलों के बाहर खेलते मिले। हालात देख तमतमाए बीएसए ने गैर हाजिर चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया, वहीं तीन शिक्षामित्रों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया। ये हालात तब हैं, जब परिषदीय विद्यालयों केे खुलने का समय सात बजे के बजाय सुबह नौ बजे कर दिया गया है और एक दिन बाद ही इन स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा होनी है।
नौनिहालों को शिक्षा से लेकर भोजन, नाश्ता, ड्रेस, जूूते-मोजे और किताबें मुहैया कराकर शिक्षित करने के लिए सरकार भले ही अरबों रुपये खर्च कर रही हो मगर मोटा वेतन पाने वाले परिषदीय स्कूलों के शिक्षक सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। बीएसए पीएन सिंह बुधवार सुबह पूर्व माध्यमिक विद्यालय उखड़ी का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला। स्कूल के बाहर कुछ बच्चे खेल रहे थे। इसके बाद बीएसए इसी गांव के प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो वहां भी साढ़े नौ बजे तक ताला लटक रहा था। दोनों स्कूलों के निरीक्षण के बाद बीएसए ने वहां तैनात शिक्षिका शांती पांडेय, रेखा दिनकर, आकांक्षा चौधरी व माधुरी मिश्रा को निलंबित कर दिया। इसी के साथ ड्यूटी से नदारद शिक्षामित्र कल्पना देवी का एक दिन का वेतन रोक दिया। इसके बाद बीएसए 10 बजे प्राथमिक विद्यालय दाउतपुर पहुंचे तो वहां भी ताला लटका मिला। इस स्कूल में तैनात शिक्षामित्र सुनीता देवी व कंचन मिश्रा गैरहाजिर मिलीं।
बीएसए पीएन सिंह ने बताया कि, निरीक्षण में तीन स्कूल बंद मिले थे, गैरहाजिर मिले चार शिक्षकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है और शिक्षामित्रों का एक दिन का मानदेय काटा गया है।