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बलरामपुर : एक स्कूल ऐसा जहां बच्चे हैं अध्यापक, जूनियर हाईस्कूल नचौरा निजी स्कूलों को दे रहा मात, दूसरे स्कूलों के लिए नजीर

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बलरामपुर : एक स्कूल ऐसा जहां बच्चे हैं अध्यापक, जूनियर हाईस्कूल नचौरा निजी स्कूलों को दे रहा मात, दूसरे स्कूलों के लिए नजीर

🔴 बच्चों की संख्या अधिक होने से पढ़ाई न प्रभावित हो इसके लिए परीक्षाएं कराई गईं, जिसमें पास छात्रों को अध्यापक बना दिया गया

रमन मिश्र, बलरामपुर  । जिले में जहां 30-40 बच्चों वाले स्कूलों में तीन से चार शिक्षकों की तैनाती हैं। वही तुलसीपुर शिक्षा क्षेत्र का प्राथमिक विद्यालय नचौरा एक ऐसा विद्यालय है, जहां 280 बच्चों को पढ़ाने के लिए एक ही शिक्षक तैनात है। बच्चों की संख्या अधिक होने से पढ़ाई व्यवस्था न प्रभावित हो इसके लिए बच्चों के बीच परीक्षाएं कराई गईं, जिसमें पास होने वाले छात्र को अध्यापक बना दिया गया। ऐसे ही सभी क्लास में एक-एक अध्यापक है, जो अपने जैसे छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं। यहां की पढ़ाई व्यवस्था दूसरे स्कूलों के लिए किसी नजीर से कम नहीं है।1गैंसड़ी विकास खंड के जूनियर हाईस्कूल नचौरा में दस साल से अध्यापक रूप में विजय प्रकाश सिंह की तैनाती है। छात्र संख्या अधिक होने के कारण उनको पढ़ाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता था। क्योंकि एक साथ सभी कक्षाओं में मौजूद रहना संभव नहीं था। ऐसे में जिस कक्ष में गुरुजी नहीं होते वहां के बच्चे मौज मस्ती करने लगते। पढ़ाई के साथ बच्चों में अनुशासन बनाए रखने के लिए उन्होंने एक तरकीब निकाली। पढ़ने में अव्वल बच्चों में परीक्षा कराकर उसमें से पांच तेज तर्रार छात्रों का चयन किया। उन बच्चों को पहले स्वयं पढ़ाते हैं। उसके बाद उन्हीं बच्चों को उनकी कक्षा की कमान दे कर स्वयं दूसरी क्लास में पढ़ाने चले जाते हैं। बीच में उस क्लास का निरीक्षण भी करते हैं। इससे स्कूल का शैक्षिक वातावरण आसपास के स्कूलों के लिए किसी नजीर से कम नहीं है।1चुनाव बाद होगी तैनाती 1डीएम राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि नचौरा स्कूल में चुनाव के बाद अध्यापक की तैनाती की जाएगी। उन्होंने बताया कि शिक्षकों के प्रयास से पढ़ाई का स्तर ऊंचा उठ सका है।

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