उत्तराखण्ड : अफसरों की गलती से लटकी विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों के भविष्य पर तलवार, मान्यता न होने के बावजूद करवाया कोर्स
देहरादून: विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों को डीएलएड-ब्रिज कोर्स से मुक्त करने की मांग को लेकर
प्रदेशभर के शिक्षकों ने सोमवार को शिक्षा निदेशालय पर धरना दिया। विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों ने यह साफ कर दिया है कि वह डीएलएड-ब्रिज कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करेंगे। उनकी शिक्षा निदेशक आरके कुंवर से भी वार्ता हुई। जिन्होंने बताया कि एनसीटीई व केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है कि इन शिक्षकों को प्रशिक्षित की श्रेणी में रखा जाए। यह प्रकरण जल्द ही सुलझ जाएगा।1उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले प्रदेशभर के शिक्षक ननूरखेड़ा स्थित शिक्षा निदेशालय पर एकत्र हुए और प्रदर्शन किया। संगठन के प्रांतीय महामंत्री दिग्विजय चौहान ने कहा कि 13 हजार 175 शिक्षकों ने विभाग द्वारा समय-समय पर निर्गत दिशा-निर्देश के अनुसार जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इन्हें उत्तराखंड परीक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण कर प्रमाण पत्र मिला है। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थानों को मान्यता प्राप्त न होने पर भी उक्त श्रेणी के शिक्षकों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण प्रदान किया जाना यह दर्शाता है कि प्रशिक्षण संबंधी संस्थानों में तब नियुक्त अधिकारियों ने अपने दायित्वों का निर्वहन न कर शिक्षकों के भविष्य से खिलवाड़ किया है। उत्तराखंड परीक्षा बोर्ड ने परीक्षा का आयोजन कर राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की अधिसूचना को प्रमाण पत्रों पर अंकित कर आपराधिक षडयंत्र किया है। ऐसे में इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता रविंद्र जुगरान, संघ के संरक्षक प्रेम सिंह गुसाईं, प्रांतीय अध्यक्ष निर्मला महर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक चौहान, प्रांतीय उपाध्यक्ष जगदेश्वरी भंडारी, अध्यक्ष टिहरी चंद्रवीर सिंह नेगी, अध्यक्ष देहरादून वीरेंद्र सिंह कृषाली, अध्यक्ष रुद्रप्रयाग विक्रम ङिांकवाण, अध्यक्ष पौड़ी मनोज जुगरान, मंत्री हरिद्वार जितेंद्र कुमार, मंत्री पौड़ी दीपक नेगी, मंत्री टिहरी दीपक नेगी, राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री सोहन सिंह माजिला, जिलाध्यक्ष सुभाष ङिाल्डियाल आदि उपस्थित रहे।