इलाहाबाद : परिषदीय विद्यालयों से मांगी शिक्षकों की संख्या, शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद से समायोजन निरस्त होने के बाद अब बेसिक शिक्षा परिषद ने विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का ब्योरा तलब किया
अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद । शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद से समायोजन निरस्त होने के बाद अब बेसिक शिक्षा परिषद ने विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का ब्योरा तलब किया है। इसमें ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में कार्यरत शिक्षक और समायोजन निरस्त होने के बाद शिक्षामित्रों की कुल संख्या के बारे में सूचना मांगी गई है। इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने मंगलवार को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया।
सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत 1.27 लाख शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त होने के बाद परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या काफी कम हो गई है। हालांकि, शासन ने शिक्षामित्रों को नियमित विद्यालय आने और 10 हजार रुपये मानदेय का फरमान जारी कर दिया है, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हैं। इसकी वजह से ज्यादातर शिक्षामित्र या तो विद्यालय नहीं आ रहे और अगर आ भी रहे हैं तो उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर करके लौट जा रहे। इसका असर पठन-पाठन पर पड़ रहा है। ऐसे में सचिव संजय सिन्हा ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं समायोजन निरस्त होने के बाद शिक्षामित्रों की संख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
मंगलवार को जारी आदेश में सचिव ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक कार्यरत शिक्षक तथा शिक्षामित्रों का ब्योरा छह अक्तूबर को दोपहर तक परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध कराने को कहा है। माना जा रहा है कि योगी कैबिनेट की बैठक में टीईटी के बाद शिक्षकों के लिए राज्य स्तर पर लिखित परीक्षा कराने के निर्णय पर भर्ती जल्द शुरू हो सकती है। इसीलिए विद्यालयों से शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया है, ताकि उसी हिसाब से भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा सके।