मेरठ : अब शिक्षकों को अवकाश के लिए भेजना होगा एसएमएस, मेरठ बीएसए ने जारी किए निर्देश, अब नहीं चलेंगे कार्रवाई से बचने के हथकंडे, एबीएसए के मोबाइल पर अवकास के लिए भेजना होगा एसएमएस
मेरठ । बेसिक शिक्षा परिषद अधीन विद्यालय में साथी टीचर से मिलीभगत करके छुट्टी लेना अब महंगा पड़ जाएगा। एबीएसए को मोबाइल पर एसएमएस भेजने की बंदिश कर दी गई है। इसका रिकार्ड भी रखना होगा।बेसिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय के मुताबिक, स्कूलों का निरीक्षण करने के दौरान सामने आया कि जो टीचर स्कूल से गैरहाजिर थे, उनकी अवकाश की एप्लीकेशन दुपहर बाद तक भी हेडमास्टर के पास रखी हुई मिली, लेकिन वह रिकार्ड में दर्ज नहीं की थी, जबकि सुबह को ही एप्लीकेशन के आधार पर रिकार्ड में छुट्टी दर्ज कर दी जाती है। यह सब निरीक्षण में कार्रवाई से बचने का हथंकड़ा अपनाया गया। यानी अगर गैरहाजिर शिक्षक के बारे में पूछताछ हो तो छुट्टी की दरख्वास्त दिखाएं, अगर ऐसा न हो तो स्कूल बंद करते समय ही छुट्टी की एप्लीकेशन फाड़कर फेंक दी जाए। यह सब स्कूल के शिक्षकों की रजामंदी से होता रहा। इस तरह मनमाफिक ढंग से अवकाश लेने पर रोक लगाने की कवायद की गई है। विभाग ने नई व्यवस्था शुरू करने का आदेश दे दिया है। इसमें अगर किसी शिक्षक को आकस्मिक अवकाश लेना है तो वह अपने मोबाइल से एसएमएस लिखकर एबीएसए को भेजेगा। इस मैसेज का रिकार्ड भी अपने पास सुरक्षित रखना होगा। एबीएसए मैसेज के आधार पर उसका अवकाश पंजिका में अंकित करेंगे। इसमें यह भी जरूरी है कि मैसेज अधिकारी के सीयूजी नंबर पर ही भेजना होगा, वरना इसे नहीं माना जाएगा। निरीक्षण के दौरान स्कूल से गायब शिक्षक का मैसेज प्राप्त होने की बात सामने नहीं आई तो वेतन काटने के अलावा अन्य कड़ी विभागीय कार्रवाई भी जा सकती है।