कौशाम्बी : सुविधाओं के अभाव में बोर्ड परीक्षा में केंद्र बनाने के लिए इस बार स्कूलाें में मौजूद सुविधाएं और संसाधन को पैमान बनाया जाएगा, ग्रेडिंग से बनेंगे बोर्ड परीक्षा केंद्र
अमर उजाला ब्यूरो कौशाम्बी । सुविधाओं के अभाव में बोर्ड परीक्षा में केंद्र बनाने के लिए इस बार स्कूलाें में मौजूद सुविधाएं और संसाधन को पैमान बनाया जाएगा। कक्ष संख्या, सीसी कैमरा, बिजली, पानी, सम्पर्क मार्ग आदि व्यवस्थाएं ही तय करेंगी कि स्कूल सेंटर बनेगा अथवा नहीं। सुविधाओं की ग्रेडिंग के आधार पर स्कूलों को अंक देकर मेरिट तैयार की जाएगी। शासकीय फरमान मिलते ही जिले के स्कूल संचालकों में खलबली मच गई है।
*जानिए ग्रेडिंग के आधार*
इंटर तक के स्कूल 10 अंक
हाईस्कूल तक के स्कूल 05 अंक
25 से अधिक कक्ष 25 अंक
21 से 25 तक कक्ष 20 अंक
16 से 20 तक कक्ष 15 अंक
10 से 15 तक कक्ष 10 अक
दस से कम कक्ष वाले 05 अंक
300 से कम फर्नीचर 00 अंक
300 तक फर्नीचर 05 अंक
400 फर्नीचर 10 अंक
600 तक फर्नीचर 15 अंक
800 तक फर्नीचर 20 अंक
1000 फर्नीचर पर 25 अंक
रास्ता दिलाएगा 15 अंक
बोर्ड परीक्षा केंद्र के लिए जिन स्कूलों तक पहुंचने का रास्ता ठीक होगा। उन्हें 15 अंक मिलेंगे। चहारदीवारी वाले स्कूलों को 15 अंक मिलेंगे। सीसीटीवी कैमरा 15 अंक, स्थाई विद्युत कनेक्शन पर 10 अंक, कम्प्यूटर सिस्टम व कम्प्यूटर ऑपरेटर पर दस अंक स्कूल मिलेंगे। गुजरे वर्ष का परीक्षा फल 90 प्रतिशत से अधिक होने पर पांच अंक व इससे अधिक होने पर इतने ही अंक और मिलेंगे।पिछले साल केंद्र बने स्कूलों को दस अंक मिलेगा।
*पानी नहीं तो कटेगा नंबर*
स्कूल में बच्चों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराना जरूरी होगा। यह सुविधा नहीं होने पर परीक्षा केंद्र निर्धारण में अंक कटेगा। लोहे की आलमारी न होने पर भी पांच अंकों का नुकसान होगा। इस बार फर्नीचर पर भी बोर्ड की नजर होगी।