प्रतापगढ़ : एमडीपीजी कॉलेज में पकड़े गए दो मुन्नाभाई, टीईटी, लालच में प्राइमरी शिक्षक की नौकरी खतरे में
जासं, प्रतापगढ़ : टीईटी के दौरान रविवार को दूसरी पाली में एमडीपीजी कॉलेज में दो मुन्नाभाई पकड़े गए। मुकदमा दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया गया।1टीईटी में नकल को लेकर रविवार को सुबह से चर्चा का बाजार गर्म था। जिले में 16 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित थी। पहली पाली में सब ठीक रहा। दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा चल रही थी। एमडीपीजी कालेज में कमरा नंबर चार में कक्ष निरीक्षक बच्चाराम गौड़, रविशंकर सोनी, अर¨वद मिश्र प्रवेश पत्र की जांच कर रहे थे। तभी एक ही सीट पर एक रोल नंबर के दो परीक्षार्थी पहुंच गए। जांच के दौरान पाया गया कि दोनों का रोल नंबर, आधार कार्ड नंबर और हाईस्कूल की मार्कशीट का रोल नंबर एक था। हाईस्कूल की मार्कशीट का रंग कुछ हल्का था। शक होने पर प्राचार्य डा.एएन त्रिपाठी को बुलाया गया। प्राचार्य ने संदेह के आधार पर 100 नंबर पर फोन कर दिया। थोड़ी देर बाद कोतवाल आदित्य सिंह पहुंचे और दोनों परीक्षार्थियों से पूछताछ किया। इस बारे में प्राचार्य ने बताया कि जौनपुर जिले के बक्शा थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर दरियागंज निवासी रत्नेश कुमार दुबे पुत्र रमाशंकर दुबे ने टीईटी का फार्म भरा था। उसने परीक्षा देने के लिए संदीप यादव पुत्र राजाराम यादव निवासी बिरौती, देवसरा, प्रतापगढ़ से संपर्क किया था। रत्नेश के अनुसार परीक्षा देने के लिए संदीप से 70 हजार रुपये में सौदा हुआ था और 10 हजार रुपये एडवांस दिया गया था। संदीप झांसी में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक है। 1प्राचार्य ने बताया कि रत्नेश यह पता करने आ गया था कि संदीप परीक्षा देने आया है कि नहीं, तभी दोनों को पकड़ लिया गया। कोतवाल ने बताया कि रत्नेश और संदीप के खिलाफ धोखाधड़ी व परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके दोनों को जेल भेज दिया गया।जासं, प्रतापगढ़ : टीईटी के दौरान रविवार को दूसरी पाली में एमडीपीजी कॉलेज में दो मुन्नाभाई पकड़े गए। मुकदमा दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया गया।1टीईटी में नकल को लेकर रविवार को सुबह से चर्चा का बाजार गर्म था। जिले में 16 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित थी। पहली पाली में सब ठीक रहा। दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा चल रही थी। एमडीपीजी कालेज में कमरा नंबर चार में कक्ष निरीक्षक बच्चाराम गौड़, रविशंकर सोनी, अर¨वद मिश्र प्रवेश पत्र की जांच कर रहे थे। तभी एक ही सीट पर एक रोल नंबर के दो परीक्षार्थी पहुंच गए। जांच के दौरान पाया गया कि दोनों का रोल नंबर, आधार कार्ड नंबर और हाईस्कूल की मार्कशीट का रोल नंबर एक था। हाईस्कूल की मार्कशीट का रंग कुछ हल्का था। शक होने पर प्राचार्य डा.एएन त्रिपाठी को बुलाया गया। प्राचार्य ने संदेह के आधार पर 100 नंबर पर फोन कर दिया। थोड़ी देर बाद कोतवाल आदित्य सिंह पहुंचे और दोनों परीक्षार्थियों से पूछताछ किया। इस बारे में प्राचार्य ने बताया कि जौनपुर जिले के बक्शा थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर दरियागंज निवासी रत्नेश कुमार दुबे पुत्र रमाशंकर दुबे ने टीईटी का फार्म भरा था। उसने परीक्षा देने के लिए संदीप यादव पुत्र राजाराम यादव निवासी बिरौती, देवसरा, प्रतापगढ़ से संपर्क किया था। रत्नेश के अनुसार परीक्षा देने के लिए संदीप से 70 हजार रुपये में सौदा हुआ था और 10 हजार रुपये एडवांस दिया गया था। संदीप झांसी में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक है। 1प्राचार्य ने बताया कि रत्नेश यह पता करने आ गया था कि संदीप परीक्षा देने आया है कि नहीं, तभी दोनों को पकड़ लिया गया। कोतवाल ने बताया कि रत्नेश और संदीप के खिलाफ धोखाधड़ी व परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके दोनों को जेल भेज दिया गया।