एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

लखनऊ : मृतक आश्रित कर्मचारियों पर लाठीचार्ज, कई घायल, पदोन्नति की मांग को लेकर एनेक्सी भवन का कर रहे थे घेराव

0 comments

लखनऊ : मृतक आश्रित कर्मचारियों पर लाठीचार्ज, कई घायल, पदोन्नति की मांग को लेकर एनेक्सी भवन का कर रहे थे घेराव

लखनऊ। निज संवाददाता । योग्यतानुसार पदोन्नति दिए जाने की मांग को लेकर संघर्षरत जूनियर हाईस्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर नियुक्त् मृतक आश्रितों ने बुधवार को एनेक्सी भवन का घेराव कर दिया। यह लोग सीएम से मुलाकात करने की जिद पर अड़े थे। यहां मौजूद पुलिस बल के जवानों ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल हो गए। वहीं कई को पुलिस ने हिरासत में लेकर हजरतगंज कोतवाली भेज दिया। इससे पहले इन लोगों ने जीपीओ पर धरना देने के दौरान विधानभवन घेराव की भी कोशिश की थी। यह सभी उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के बैनर तले एकजुट हुए थे। पूर्वांह करीब 11 बजे मृतक आश्रित कोटे से शिक्षा विभाग में नौकरी पाए सैकड़ों कर्मचारी गांधी प्रतिमा पार्क पहुंचे। यहां सभा करने के बाद सभी कर्मचारी विधानभवन के घेराव को कूच करने लगे। इतने में मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझा-बुझाकर लक्ष्मण मेला मैदान भेज दिया। लेकिन वह धरनास्थल जाने के बजाए बीच रास्ते से ही सुनियोजित तरीके से शाम करीब पांच बजे एनेक्सी भवन के बाहर एकत्र हुए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां मौजूद पुलिस बल के जवानों ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों में तीखी नोंकझोंक होने लगी। जिससे प्रदर्शन और तेज हो गया। लिहाला पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज से मची भगदड़ में करीब दो दर्जन प्रदर्शनकारियों को चोटें आ गई। संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष जुबेर अहमद ने कहा कि मृतक आश्रित कोटे से नौकरी कर रहे पीएचडी, एलएलबी, एमबीए किए हुए लोग चतुर्थ श्रेणी पद पर काम कर रहे हैं। पिछले कई वर्षों से वह लोग मांग कर रहे है कि यदि वह शिक्षक नहीं बन सकते तो कम से कम उन्हें लिपिक पद पर ही पदोन्नत किया जाए। बावजूद इसके सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा। इसी चलते उन्हें मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ा। एनेक्सी में चल रही सीएम की बैठकएनेक्सी भवन का जिस वक्त कर्मचारियों ने घेराव किया उस समय अंदर कानून व्यवस्था को लेकर सीएम की बैठक चल रही थी। इसी चलते यहां पुलिस की मुस्तैदी भी भारी संख्या में थी। वहीं प्रदर्शनकारी सीएम से मुलाकात के बाद ही एनेक्सी से हटने की जिद पर अड़े थे। इसी को देखते हुए पुलिस बल के जवानों ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। भगदड़ के बाद सड़क पर प्रदर्शनकारियों के चप्पल, जूते और बैग बिखरे पड़े थे।

🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴

लखनऊ : मुख्यमंत्री ऑफिस घेरने जा रहे शिक्षा विभाग के कर्मचारियों पर लाठीचार्ज, कई घायल

टीम डिजिटल/अमर उजाला, लखनऊ । योग्यता के मुताबिक पदोन्नति की मांग को लेकर बुधवार को एनेक्सी स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय का घेराव कर रहे सैकड़ों मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। लाठीचार्ज में दर्जनों कर्मचारी घायल हो गए। पुलिस ने दो दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के आह्वान पर सुबह से ही सैकड़ों मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी जीपीओ पार्क में एकत्र हुए। यहां से विधानभवन के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे कर्मचारियों को पुलिस ने लक्ष्मण मेला मैदान खदेड़ दिया। वहां प्रदेश अध्यक्ष जुबैर अहमद की अगुवाई में दिन भर प्रदर्शन चला ।

शाम को अपने घरों को लौट रहे सैकड़ों कर्मियों को जब पता चला कि मुख्यमंत्री एनेक्सी में हैं तो वे एनेक्सी भवन के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने यहां प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास किया लेकिन वे मुख्यमंत्री से मुलाकात पर अड़ गए। इस पर पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। लाठीचार्ज और भगदड़ में कई कर्मचारी चोटिल हो गए। पुलिस दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों को गिरफ्तार कर हजरतगंज कोतवाली ले गई।

*ये कहना है प्रदेश अध्यक्ष का*

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, बेसिक शिक्षा विभाग के मृत शिक्षकों के बच्चों को स्नातक योग्यता के साथ अप्रशिक्षित शिक्षक पद पर नियुक्त किया जाता था लेकिन 2011 से यह व्यवस्था बंद कर दी गई। नतीजतन मृतक आश्रित की योग्यता पीएचडी, एलएलबी, बीयूएमएम, बीसीए, एमसीए, बीटेक, एमटेक, एमबीए होने के बावजूद उन्हें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बना दिया गया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।