एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

इलाहाबाद : शिक्षकों के जीपीएफ पर जल्द होगा फैसला, शिक्षकों का कहना है कि जीपीएफ के संदर्भ में इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका आदेश पालन नहीं किया जा रहा

0 comments

GPF : शिक्षकों के जीपीएफ पर जल्द होगा फैसला, शिक्षकों का कहना है कि जीपीएफ के संदर्भ में इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका आदेश पालन नहीं किया जा रहा

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : वर्ष 2004 से जीपीएफ कटौती के मामले पर विशिष्ठ बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल शनिवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिला। संगठन के विधि सलाहकार आमोद श्रीवास्तव के नेतृत्व में सदस्यों ने अपनी समस्या से उन्हें अवगत कराया।

शिक्षकों का कहना है कि जीपीएफ के संदर्भ में इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका आदेश पालन नहीं किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों की समस्या मेरे संज्ञान में है। अगले पंद्रह दिनों में इस पर फैसला हो सकता है। फिलहाल इस पर काम किया जा रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षकों के कैशलेस इलाज, प्रमोशन और स्थानांतरण पर जल्दी नीति बनाने मांग की। इसमें डा. एसपी सिंह, शांतिभूषण, टेट मोर्चा से विवेकानंद और अटेवा से श्याम सिंह आदि मौजूद रहे।

शिक्षकों को जीपीएफ कटौती पर राहत की उम्मीद*

ब्यूरो/अमर उजाला, इलाहाबाद । युवा शिक्षकों के भविष्य पर लगा ग्रहण हटने की उम्मीद
डिप्टी सीएम ने दिया आश्वासन, जीपीएफ कटौती की समस्या का जल्द होगा निराकरण
शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात, कैशलेस इलाज, प्रमोशन, ट्रांसफर का मुद्दा भी उठा
जीपीएफ कटौती के मामले में युवा शिक्षकों को जल्द ही राहत मिल सकती है। शनिवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और इस पर काम चल रहा है। इस दौरान शिक्षकों ने कैशलेस इलाज की व्यवस्था लागू किए जाने की मांग भी की।
गौरतलब है कि प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में एक अप्रैल 2005 या उसके बाद नियुक्ति शिक्षकोंएवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों में से 70 हजार से अधिक शिक्षकों एवं कर्मचारियों को नई पेंशन योजना (एनपीएस) का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्हें काफी आर्थिक नुकसान हो रहा। जीपीएफ कटौती न होने से सबसे अधिक नुकसान ब्याज का हो रहा है जबकि जीपीएफ कटौती के लिए शिक्षकों को परमानेंट एकाउंट नंबर (प्रॉन) पहले ही आवंटित हो चुका है। पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (नई दिल्ली) ने शिक्षा विभाग की इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए इस पर आपत्ति की है। शनिवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या इलाहाबाद में थे। इस दौरान विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने डिप्टी सीएम से मुलाकात की और उन्हें समस्या से अवगत कराया। मुद्दे पर बात शुरू होते ही डिप्टी सीएम ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है और इस पर काम हो रहा है। इस दौरान शिक्षकों के प्रमोशन और ट्रांसफर के मुद्दे पर भी बात हुई। डिप्टी सीएम ने इस पर भी अपनी सहमति जताई और कहा कि नियमों के तहत जो भी उचित होगा, उसका पालन जरूर होगा। शिक्षकों ने कैशलेस इलाज की व्यवस्था को भी लागू किए जाने की मांग उठाई। प्रतिनिधिमंडल में प्रतिनिधिमंडल में प्राथमिक शिक्षक संघ से डॉ. एसपी सिंह, डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह, शांति भूषण, टेट मोर्चा से विवेकानंद, अटेवा से श्याम सिंह आदि शामिल रहे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।