लखनऊ : शिक्षामित्रों के लिए एक बड़ा मौका, समायोजन रद्द होने के बाद बन सकते हैं शिक्षक, नकल, अनुशासनहीनता पर परीक्षा केंद्र का रद्द होगा परिणाम
ब्यूरो/अमर उजाला, लखनऊ । सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद सहायक अध्यापक बनने के बाद फिर शिक्षामित्र बनकर रह गए अभ्यर्थियों के लिए ये बड़ा मौका है। 15 अक्टूबर को हो रही शिक्षक पात्रता परीक्षा हो रही है। ऐसे में उनके पास एक मौका है। हालांकि, वो यूपी सरकार से राहत की उम्मीद कर रहे थे पर उनकी मांगों पर सहमति नहीं बन सकी है।
वहीं, शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की तैयारी पूरी कर ली गई हैं। रविवार को दो पालियों में होने वाली परीक्षा में कुल नौ लाख 76 हजार 760 अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसके लिए कुल 1634 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सबसे ज्यादा अभ्यर्थी इलाहाबाद में परीक्षा देंगे। यहां कुल 86 केंद्रों पर 50761 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। टीईटी में नकल के आरोप में लखनऊ से शुक्रवार को दो युवकों के पकड़े जाने के बाद प्रशासन और सख्त हो गया है।
पहले चरण में सुबह 10 बजे से प्राथमिक स्तर की टीईटी होगी। ढाई घंटे के इस परीक्षा में प्रदेश भर में 570 केंद्रों पर तीन लाख 49 हजार 192 अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसी तरह दूसरी पाली में दिन में ढाई बजे से 1064 केंद्रों उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा होगी। इसमें कुल छह लाख 27 हजार 568 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे।
*नकल, अनुशासनहीनता पर परीक्षा केंद्र का रद्द होगा परिणाम*
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से जारी दिशा-निर्देश में स्पष्ट किया जा चुका है कि जो भी अभ्यर्थी नकल करते पकड़ा जाएगा, भविष्य में किसी भी टीईटी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा।
नकल या अनुशासनहीनता की शिकायत पर परीक्षा केंद्र का परिणाम भी रद्द होगा। परीक्षा प्रारंभ होने के बाद आने वालों को केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। अभ्यर्थियों को यूपीटीईटी वेबसाइट से डाउनलोड प्रवेश पत्र अवश्य दिखाना होगा।
जिनके पास वैध प्रवेश पत्र नहीं होंगे, वे परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे। प्रत्येक अभ्यर्थी को आवंटित सीट पर उनका रोल नंबर लिखा होगा। इससे अलग बैठने पर अभ्यर्थन रद्द कर दिया जाएगा। परीक्षा कक्ष में सिर्फ प्रवेश पत्र और काला बॉल प्वाइंट पेन लेकर जाने की अनुमति होगी। अन्य कोई अनुचित सामान पाए जाने पर उसकी परीक्षा रद्द कर दी जाएगी।