लखनऊ : बाल मनोविज्ञान के प्रश्न समझने में चूके टीईटी अभ्यर्थी
ब्यूरो/अमर उजाला, लखनऊ । वहीं, लखनऊ में टीईटी के अभ्यर्थी बाल मनोविज्ञान के प्रश्नों में उलझ कर रह गए। कई ऐसे सिद्धांत थे जिनकी उन्हें कोई जानकारी ही नहीं थी। वहीं जिन छात्रों ने इंटर में गणित नहीं पढ़ी थी उन्हें इसके सवालों ने काफी परेशान किया। उधर, दूसरी पाली में आर्ट और कॉमर्स के अभ्यर्थियों को सामाजिक विज्ञान के प्रश्नों को हल करने में काफी समय लग गया।
पहली पाली में कक्षा एक से पांच तक के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा अयोजित की गई थी। इसमें शिक्षामित्र और बीटीसी अभ्यर्थी परीक्षा देने बैठे। इन अभ्यर्थियों को सबसे ज्यादा बाल मनोविज्ञान के प्रश्नों ने तंग किया। 30 अंकों के प्रश्न पूछे गए थे।
अभ्यर्थियों ने बताया कि सिद्धांतों से संबंधित ज्यादा प्रश्न पूछे गए थे, जिनके बारे में उनको जानकारी नहीं थी। इसके अलावा प्रश्न काफी घुमा कर पूछे गए थे। जिनके विकल्प एक जैसे लग रहे थे। इन प्रश्नों को समझने में काफी समय लगा। इसके अलावा गणित के सवालों ने भी अभ्यर्थियों को काफी परेशान किया।
अभ्यर्थियों ने बताया कि जिनका विषय गणित था उन्हें भी कई सवालों को हल करने में मुश्किल हुई। ज्यामिती के सवाल काफी कठिन लगे। हालांकि पर्यावरण से जुड़े सवालों ने अभ्यर्थियों को काफी हद तक राहत दी।