सिद्धार्थनगर : यहां जान जोखिम में डालकर स्कूल आते हैं बच्चे
सिद्धार्थनगर : विकास खंड अन्तर्गत रेहरा डीह स्थित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के समक्ष हर कदम पर मुश्किलें खड़ी रहती हैं। स्कूल प्रांगण पूरी तरह गड्ढे में तब्दील है। जहां हर समय पानी भरा रहता है। स्कूल आने के लिए भी कोई सीधा रास्ता नहीं है। खेत के रास्ते बच्चे विद्यालय आते हैं, फिर प्रांगण को जैसे-तैसे पार करके अंदर स्कूल में जाते हैं। इस दौरान हर वक्त उनकी जान जोखिम में बनी रहती है।
गांव के बच्चों को बेहतर एवं सुलभ तरीके से शिक्षा ग्रहण कराने के उद्देश्य से वर्ष 2010 में यहां विद्यालय भवन का निर्माण कराया गया। भवन अधूरा ही था, कि इसमें पढ़ाई शुरू करा दी गई, जिसके कारण जो समस्या रह गई थी, वह आज भी बनी हुई है। विद्यालय परिसर काफी गहरा गड्ढा बना हुआ है। हर मौसम में यहां पानी भरा रहता है, जबकि तेज बारिश के बाद स्थिति पूरी तरह जटिल बन जाती है। पढ़ाई के लिए स्कूली बच्चे खेतों से होकर गुजरते हैं जहां किसी भी विषैले जंतु के निकलने का खतरा बना रहता है, स्कूल आते हैं तो जल-जमाव की समस्या से दो-चार होते हैं। विद्यालय में 102 बच्चों का नामांकन है, फिर भी समस्या समाधान कराने की दिशा में जिम्मेदारों का रवैया उदासीन ही बना हुआ है।
विद्यालय पर इंचार्ज प्रधानाध्यापक नाजिया मलिक, सहायक अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार ¨सह, शिक्षा मित्र शंभू प्रसाद द्विवेदी तैनात है। जिनका कहना है कि समस्या बहुत दिनों से बनी हुई है, जिसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है, मगर समाधान की दिशा में अब तक कोई जरूरी कदम नहीं उठाया गया है।
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