इलाहाबाद : प्रशिक्षु शिक्षकों के शेष बचे पदों पर जल्द शुरू हो भर्ती, बीएड टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने की मांग, ऐसा न होने पर न्यायालय जाने की चेतावनी
ब्यूरो/अमर उजाला, इलाहाबाद । परिषदीय विद्यालयों में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों भर्ती 2011 में बचे हुए पदों पर नियुक्ति की मांग फिर जोर पकड़ने लगी हैं। कुशल सिंह, उमाशंकर तिवारी, प्रदीप त्रिपाठी आदि बीएड टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कहना है कि इन पदों के संबंध में नियमानुसार नियुक्ति करने के लिए सर्वोच्च अदालत ने 25 अगस्त के अपने आदेश में सरकार को छूट दी है। भर्ती के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने 25 अगस्त को ही शासन को प्रस्ताव भेजा था लेकिन सर्वोच्च अदालत के आदेश के करीब तीन माह बाद भी भर्ती प्रक्रिया नहीं शुरू हुई।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि अदालत के आदेश के पूर्व से ही यह भर्ती प्रक्रिया जानबूझकर ठप रखी गई। न्यायालय ने आदेश दिया था कि सामान्य वर्ग 70 प्रतिशत (105 टीईटी अंक) और आरक्षित वर्ग 60 प्रतिशत (90 टीईटी अंक) से भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए। आठ माह पूर्व हुए इस आदेश के बाद सिर्फ एक जिले ने कट-ऑफ प्रकाशित कराई। हरदोई में जुलाई 2016 में कट-ऑफ जारी होने के बाद काउंसलिंग भी हुई लेकिन नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए। अभ्यर्थियों ने कहा कि शेष बचे पदों पर तत्काल काउंसलिंग कराई जाए ताकि अगली कट-ऑफ में अन्य अभ्यर्थिोयं को मौका मिल सके। कहा कि सरकार ने एससीईआरटी के प्रस्ताव के तहत भर्ती नहीं शुरू की तो सर्वोच्च अदालत की शरण ली जाएगी।