कानपुर : अब बायोमेट्रिक जीपीएस ऐप से हाजिरी लगाएंगे शिक्षक, शिक्षा विभाग का गुणवत्ता सुधारने को नया प्रयोग, आइआइटी कानपुर ने विकसित किया एंड्रायड एप
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : विद्यालयों में शिक्षकों की समय से उपस्थिति सुनिश्चित करने को शिक्षा विभाग नए-नए प्रयोग कर रहा। अभी एसएमएस से सूचना भेजने की व्यवस्था को बदलते हुए अब बायोमीटिक जीपीएस एप अपनाया जाएगा। शिक्षक इसी एप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। स्कूलों में बिजली की समस्या के मद्देनजर आइआइटी कानपुर ने इस विशेष एप को विकसित किया है। मंडलायुक्त के निर्देश पर जिले में इसकी शुरुआत रसूलाबाद तहसील से होने जा रही है।
आइआइटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस विभाग में बायोमीटिक पर पर काम कर रहे दीपांशू ने बताया कि दूर दराज के विद्यालयों में बिजली की समस्या देखते हुए बायोमीटिक व्यवस्था को एंड्रायड एप में बदला है। इसमें जीपीएस व्यवस्था को भी जोड़ा गया है। एंड्रायड यदि विद्यालय परिसर के अंदर रहेगा तो ही हाजिरी लगेगी। परिसर से बाहर होने पर जीपीएस हाजिरी नहीं लेगा। शुरुआती व्यवस्था के लिए जिस क्षेत्र के विद्यालय में इस एप के जरिए हाजिरी होगी, वहां के एनपीआरसी (न्याय पंचायत समन्वयक) को एंड्रायड मशीन दी जाएगी। एनपीआरसी समय से विद्यालय पहुंच कर अध्यापकों की हाजिरी सुनिश्चित करेंगे।
बीएसए पवन कुमार ने बताया कि मंडलायुक्त पीके मोहंती ने रसूलाबाद तहसील से इस व्यवस्था की शुरुआत करने का निर्देश दिया है। तहसील में 260 प्राथमिक और 100 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। यहां सफल संचालन के बाद इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा।’ रसूलाबाद तहसील के स्कूलों से शुरू होगी व्यवस्था1’ आइआइटी कानपुर ने विकसित किया एंड्रायड एप ।