इलाहाबाद : अब मिडडे मील (MDM) में सप्ताह में दो दिन आलू, सभी डीएम को दिए निर्देश: यह है भारत सरकार की गाइड लाइन
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश के निजी कोल्ड स्टोरेज में भंडारित लाखों टन आलू की खपत अब परिषदीय विद्यालयों में बनने वाले मध्यान्ह भोजन में होगी। सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मध्यान्ह भोजन योजना के तहत प्रत्येक सप्ताह दो दिन आलू को शामिल करवाना सुनिश्चित करें। वर्तमान में आलू की विक्रय दर 425 से 690 रुपये प्रति क्विंटल है।
छह सितंबर को हुई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शीतगृहों में आलू भंडारण अधिक होने पर इसकी खपत मध्यान्ह भोजन में कराने का निर्देश दिया था।
मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण के निदेशक अब्दुल समद ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि निजी शीतगृहों में अभी 84.33 लाख मीटिक टन आलू अवशेष है, जो अपेक्षाकृत कम मूल्य पर उपलब्ध हो सकता है। कहा कि इस आदेश के अनुपालन में आलू को शीतगृहों से क्रय करके स्कूलों में बनने वाले मध्यान्ह भोजन में सप्ताह में दो दिन शामिल करवाएं। निर्देश दिया है कि मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत वर्तमान में निर्धारित मेन्यू में सोमवार (सोयाबीन युक्त सब्जी एवं रोटी), बुधवार (तहरी), शुक्रवार (तहरी) और शनिवार को (सोयाबीन युक्त सब्जी व चावल) के रूप में तथा तहरी में अनिवार्य रूप से आलू का समावेश करवाएं।
भारत सरकार की गाइड लाइन
भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत मेन्यू में प्रति दिवस प्रत्येक छात्र के लिए प्राथमिक स्तर पर कुल 50 ग्राम सब्जी तथा उच्च प्राथमिक स्तर पर 75 ग्राम सब्जी की मात्र निर्धारित है। जिसमें मुख्यत: मौसमी सब्जी या हरी सब्जी उपलब्ध कराने के निर्देश हैं।