गोण्डा : 100 परिषदीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना ठप
गोंडा : जिले में मध्यान्ह भोजन योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। यहां 100 स्कूलों में बच्चों को भोजन नहीं दिया गया। दैनिक अनुश्रवण प्रणाली में सच खुलने के बाद अधिकारियों ने सख्ती दिखाई है। सीडीओ दिव्या मित्तल ने खंड शिक्षा अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है। वहीं बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक का वेतन रोकने के निर्देश दिया है।
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित परिषदीय स्कूलों मध्यान्ह भोजन योजना ठप है। खाते में धनराशि होने के बाद भी प्रधानाध्यापकों ने भोजन नहीं बनवाया, जिससे छात्रों को स्कूल से भूखे पेट लौटना पड़ा। विभाग के अधिकारियों ने स्कूलों का हाल जानना मुनासिब नहीं समझा, जिससे मनमानी का खेल चलता रहा। मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण से फोन करके भोजन बनने की जानकारी की गई, जिसमें सच सामने आया। इसके बाद अफसरों की शिथिलता के साथ ही शिक्षकों की मनमानी उजागर हुई। प्राधिकरण के निदेशक ने पत्र भेजकर योजना का संचालन कराने की बात कही। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी हरकत में आए हैं। वहीं मुख्य विकास अधिकारी ने भी प्रकरण को संज्ञान लेते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों को एमडीएम बनवाने के निर्देश दिए। साथ ही भोजन न बनने का कारण स्पष्ट करने का निर्देश दिया है। बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि भोजन न बनने की दशा में प्रधानाध्यापक पूरी तरह जिम्मेदार हैं। उनका वेतन रोका जा रहा है। बीईओ को सीडीओ के आदेश का अनुपालन कराने का निर्देश दिया गया है।