रामपुर : 10वीं के रिजल्ट की स्कूल स्तर पर ग्रेडिंग होगी बंद, बैठक में हुई थी चर्चा
रायपुर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं बोर्ड के रिजल्ट की स्कूल स्तर पर हो रही ग्रेडिंग में जल्द बदलाव करने जा रहा है। सीबीएसई के अधिकारियों के अनुसार अब देशभर में एक ग्रेडिंग जारी होगी। इस पर बोर्ड ने कार्य शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि 2018 से इसे लागू कर दिया जाएगा। अब स्कूल स्तरीय एक्टिविटी पर अंक नहीं मिलेंगे।
बैठक में हुई थी चर्चा:
पिछले दिनों राजधानी रायपुर में सीबीएसई के अधिकारियों की हुई बैठक में ग्रेडिंग को लेकर चर्चा हुई। बैठक में बताया गया था कि प्रश्नपत्र, उत्तर पुस्तिका की कॉपी की बंडलिंग, प्रश्नपत्र की नंबरिंग का परीक्षा प्रभारी व नोडल अधिकारी ध्यान रखेंगे।
मूल्यांकन में सावधानी बरतें
कार्यशाला 10वीं में री-मॉड्यूल स्ट्रक्चर ऑफ असेसमेंट को लेकर आयोजित थी। इस दौरान प्राचार्यो को 10वीं बोर्ड परीक्षा के बदले पैटर्न, मूल्यांकन व रिजल्ट तैयार करने संबंधी जानकारी दी गई। 2018 में होने वाली 10वीं बोर्ड परीक्षा में 80 अंक की थ्योरी होगी और 20 अंक प्रोजेक्ट वर्क के लिए होंगे।
अंक के साथ विषयवार ग्रेडिंग 12018 से 10वीं बोर्ड के रिजल्ट में कुल अंक के साथ विषयवार ग्रेडिंग भी होगी। यह ग्रेडिंग भी देश स्तर पर जारी होगी। इसकी सूचना सीबीएसई अंकपत्र पर छात्रों को देगा। शिक्षाविद् व स्कूल प्राचार्य आरएस पाण्डेय ने बताया कि इससे छात्र यह समझ पाएंगे कि देशभर में उन्हें किस विषय में कौन सा ग्रेड मिला है।
इस तरह की ग्रेडिंग का प्रस्ताव
मान लें कि अगर किसी छात्र को 10वीं में 99.99 फीसद अंक मिले हैं तो उसकी ग्रेडिंग ‘ए वन’ होगी। अगर दूसरे छात्र के भी इतने ही अंक हैं तो वह भी ‘ए वन’ में रहेगा, लेकिन किसी छात्र को 99.98 फीसद अंक मिले हैं तो उसकी ग्रेडिंग ‘ए टू’ हो जाएगी। इसी तरह अन्य छात्रों की ग्रेडिंग की जाएगी। ज्ञात हो कि अब तक 91 से 100 फीसद तक अंक लाने वाले को ‘ए वन’ ग्रेड में रखा जाता था। वहीं ‘ए टू’ ग्रेड में 81 से लेकर 90 फीसद तक अंक वालोंको शामिल किया जाता था।