महराजगंज : गरीब बच्चों को बढ़ावा देने का माध्यम बनेगा विद्याज्ञान, परीक्षा के लिए कुल 1998 बच्चों ने कराया पंजीकरण
महराजगंज:शासन ने ग्रामीण क्षेत्र के निर्धन व मेधावी बच्चों को बढ़ावा देने की दिशा में पहल की है। 10 दिसंबर को आयोजित होने वाले विद्याज्ञान परीक्षा के माध्यम से चयनित बच्चों को कक्षा छह से इंटर तक की आवासीय शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। सीबीएसइ पाठ्यक्रम से दिए जाने वाले आवासीय शिक्षा से उनके शिक्षा के स्तर में सुधार आएगा। ग्रामीण क्षेत्र में धन के अभाव में गरीब परिवार के लोग अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं दिला पाते। ऐसे परिवार के मेधावी बच्चों को बढ़ावा देने के प्रदेश सरकार व शिवनगार फाउंडेशन द्वारा विद्याज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जाता है। कक्षा पांच में अध्ययनरत राजकीय प्राथमिक, सहायता प्राप्त तथा मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय के पात्र आवेदकों को शैक्षिक, आय तथा स्थायी निवास के अभिलेखों के आधार पर प्रारंभिक लिखित परीक्षा में बुलाया जाएगा। प्रारंभिक लिखित परीक्षा के परिणाम के आधार पर चयनित श्रेष्ठ बालक व बालिकाओं को अगले स्तर की लिखित परीक्षा में प्रतिभाग करना होगा। विद्याज्ञान स्कूल में प्रवेश के लिए 40 प्रतिशत बालिकाओं की सीट आरक्षित है। विद्याज्ञान परीक्षा के लिए प्रतिभागी छात्राओं की उम्र 31 मार्च 2018 को 10 वर्ष से 13 वर्ष तथा बालकों की 10 से 12 वर्ष होनी चाहिए।
----------------
परीक्षा के लिए कुल 1998 बच्चों ने कराया पंजीकरण:
विद्याज्ञान की प्रवेश परीक्षा के लिए जिले से कुल 1198 बच्चों ने पंजीकरण कराया है। जिसमें 1116 बालक तथा 882 बालिकाएं हैं। पनियरा ब्लाक में सर्वाधिक 250 परीक्षार्थी, परतावल ब्लाक में 213 परीक्षार्थी, सदर ब्लाक में 204, घुघली ब्लाक में 200,बृजमनगंज ब्लाक में 198, मिठौरा ब्लाक 190, लक्ष्मीपुर में 182, सिसवा ब्लाक में 165, निचलौल ब्लाक में 140, नौतनवा ब्लाक में 110, फरेंदा ब्लाक में 95 तथा धानी ब्लाक में 51 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।
-----------------------
गरीब व मेधावी बच्चों के लिए सुनहरा अवसर: बीएसए
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कहा कि विद्याज्ञान परीक्षा गरीब व मेधावी बच्चों को अपनी शिक्षा को जारी रखने के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करता है। विभाग का प्रयास रहता है कि मेधावियों को अधिक से अधिक मात्रा में परीक्षा में प्रतिभाग कराया जाए।