इलाहाबाद : एक कमरे में 26 परीक्षार्थी ही देंगे इम्तिहान,
हिन्दुस्तान टीम, इलाहाबाद । यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान एक कमरे में सिर्फ 26 बच्चे ही बैठाए जाएंगे। एक बच्चे को 20 वर्गफीट जगह बैठने के लिए मिलेगी। शासन के आदेशों के अनुरूप 2018 की परीक्षा में नकल रोकने के लिए बोर्ड ने सख्त रुख अपनाया है। बोर्ड एक सप्ताह में परीक्षार्थियों के लिए केंद्रों का ऑनलाइन आवंटन कर देगा।
बोर्ड के मानक के अनुसार एक कमरा 6 गुणे 8 मीटर यानी 48 वर्गमीटर का होता है। प्रत्येक बच्चे के लिए 20 वर्गफीट के हिसाब से एक कमरे में अधिकतम 26 बच्चों को ही बैठाया जा सकता है। बोर्ड की ओर से पहले भी जिला विद्यालय निरीक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिए जाते थे लेकिन कोई इन्हें मानता नहीं था।
परीक्षा के दौरान नकल करवाने के लिए एक बेंच पर पांच-छह बच्चे तक सटाकर बैठा दिए जाते थे। अधिक समस्या निजी स्कूलों में देखने को मिलती थी। क्योंकि जिलों में अफसर स्कूलों की धारण क्षमता से अधिक परीक्षार्थियों का आवंटन कर देते थे, लेकिन इस साल पहली बार बोर्ड अपने स्तर पर परीक्षार्थियों के लिए केंद्र आवंटन करने जा रहा है।ऐसे में धारण क्षमता से अधिक बच्चों का आवंटन नामुमकिन है। सबसे पहले राजकीय, फिर सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय और सबसे अंत में निजी विद्यालयों में परीक्षार्थियों का आवंटन होगा। एक ही विद्यालय के परीक्षार्थी एक-दूसरे के पीछे नहीं बैठाए जाएंगे।
इनका कहना है
प्रत्येक परीक्षार्थी को कम से कम 20 वर्गफीट स्थान बैठने के लिए देने का प्रावधान पहले से है। 2018 की 10वीं-12वीं की परीक्षा के लिए ऑनलाइन केंद्र आवंटन में इस मानक का सख्ती से पालन होगा।नीना श्रीवास्तव, सचिव यूपी बोर्ड