गोण्डा : 27 परिषदीय स्कूलों में नहीं बना मध्यान्ह भोजन, बीएसए ने 11 खंड शिक्षा अधिकारियों से किया जवाब-तलब
संसू, गोंडा : मध्यान्ह भोजन योजना के संचालन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नवंबर महीने में जिले के 27 परिषदीय में पढ़ रहे छात्रों को दोपहर में खाना नहीं दिया गया। बीईओ भी इससे अनजान बने रहे। आइवीआरएस के जरिए मामला खुलने के बाद बीएसए ने 11 खंड शिक्षा अधिकारियों से जवाब तलब किया। दोबारा इस प्रकार होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे 3.26 लाख छात्रों को सरकार दोपहर में भोजन देती है। समय से एमडीएम मद में भु्गतान भी किया जाता है लेकिन नगर क्षेत्र, कर्नलगंज, हलधरमऊ, इटियाथोक, झंझरी, कटराबाजार, मनकापुर, नवाबगंज, पंडरीकृपाल, परसपुर व तरबगंज में संचालित स्कूलों में योजना का संचालन नहीं हो पा रहा है। यहां अध्यापक मनमानी करके दोपहर में भोजन नहीं बनवाते हैं। जिससे छात्रों को भूखे पेट लौटना पड़ रहा है। विभिन्न योजनाओं का संचालन कराने के लिए ब्लॉकवार तैनात खंड शिक्षा अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लग रही है। इससे उनके निरीक्षण के दावे पर सवाल उठ रहे हैं। बहरहाल मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण के नियमित पर्यवेक्षण व अनुश्रवण के चलते मामला प्रकाश में आया है। प्राधिकरण के पत्र के बाद विभाग के अधिकारियों ने योजना को लेकर गंभीर रूख अपनाया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बीईओ ने मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया है। बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि संबंधित शिक्षाक्षेत्र के अधिकारियों को योजना संचालन का निर्देश दिया गया है। साथ भोजन न बनने को लेकर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
संसू, गोंडा : मध्यान्ह भोजन योजना के संचालन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नवंबर महीने में जिले के 27 परिषदीय में पढ़ रहे छात्रों को दोपहर में खाना नहीं दिया गया। बीईओ भी इससे अनजान बने रहे। आइवीआरएस के जरिए मामला खुलने के बाद बीएसए ने 11 खंड शिक्षा अधिकारियों से जवाब तलब किया। दोबारा इस प्रकार होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे 3.26 लाख छात्रों को सरकार दोपहर में भोजन देती है। समय से एमडीएम मद में भु्गतान भी किया जाता है लेकिन नगर क्षेत्र, कर्नलगंज, हलधरमऊ, इटियाथोक, झंझरी, कटराबाजार, मनकापुर, नवाबगंज, पंडरीकृपाल, परसपुर व तरबगंज में संचालित स्कूलों में योजना का संचालन नहीं हो पा रहा है। यहां अध्यापक मनमानी करके दोपहर में भोजन नहीं बनवाते हैं। जिससे छात्रों को भूखे पेट लौटना पड़ रहा है। विभिन्न योजनाओं का संचालन कराने के लिए ब्लॉकवार तैनात खंड शिक्षा अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लग रही है। इससे उनके निरीक्षण के दावे पर सवाल उठ रहे हैं। बहरहाल मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण के नियमित पर्यवेक्षण व अनुश्रवण के चलते मामला प्रकाश में आया है। प्राधिकरण के पत्र के बाद विभाग के अधिकारियों ने योजना को लेकर गंभीर रूख अपनाया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बीईओ ने मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया है। बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि संबंधित शिक्षाक्षेत्र के अधिकारियों को योजना संचालन का निर्देश दिया गया है। साथ भोजन न बनने को लेकर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।