फतेहपुर : 300 से कम छात्र संख्या वाले स्कूल नहीं बनेंगे परीक्षा केंद्र
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : ऑनलाइन परीक्षा केंद्र की सूची में उजागर हुई खामियों के निस्तारण के लिए अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा संजय अग्रवाल ने वीडियो कांफ्रें¨सग करके नए दिशा निर्देश दिए। नए दिशा निर्देश के तहत उन्होंने साफ कर दिया कि मानकों में कोई ढिलाई नहीं की जा रही है। हर डीआइओएस केंद्र बनाने के मामले में शिक्षण संस्थान हित नहीं बल्कि विद्यार्थी हित का ध्यान रखेंगे। हरहाल में नई सूची को 27 नवंबर तक ऑनलाइन कर दिया जाए।
वीडियो कांफ्रे¨सग के जरिए ऑनलाइन सूची में बदलाव व नए केंद्र बनाए जाने के प्रकरण को लेकर अपर सचिव ने दिशा निर्देश जारी किए। मंगलवार को आयोजित वीडियो कांफ्रे¨सग में उन्होंने परीक्षा की शुचिता पर जोर दिया तो केंद्र बनाए जाने के मामले में मानकों को ध्यान में रखने का पाठ पढ़ाया। वीडियो कांफ्रे¨सग में अपर सचिव ने कहाकि नए केंद्र बनाने के प्रकरण में सबसे पहले राजकीय, सवित्त एवं फिर वित्तविहीन संस्थानों को लिया जाए। जिन विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 तक में 300 की छात्र संख्या नहीं है उन्हें केंद्र बनाने पर विचार न किया जाए। विभिन्न पहलुओं को लेकर 200 अंक निर्धारण को मानक बनाए रखा जाए। वर्ष 2015, 16, 17 की परीक्षा में अगर किसी भी स्तर से लिखा पढ़ी हुई है तो कदापि केंद्र न बनाया जाए। जिन विद्यालयों में हाईस्कूल और इंटर के दो बैच परीक्षा दे चुके हैं तभी केंद्र बनाने पर विचार हो। इसके अलावा जिन विद्यालयों में प्रबंधक अथवा अन्य की आवासीय सुविधा है उनको कतई केंद्र नहीं बनाया जाए। केंद्रों के लिए मुख्य सड़क से पक्का मार्ग और चार पहिया वाहन के बिना बाधा के आवागमन को जांच लिया जाए। कुल मिलाकर अपर सचिव ने जो गाइड लाइन जारी की है उसमें तमाम केंद्रों का नाम सूची से बाहर होने की संभावना बढ़ गई है। डीआइओएस महेंद्र प्रताप ¨सह ने कहाकि आन लाइन परीक्षा केंद्रों की सूची में हर केंद्र का सही सत्यापन भेजा जाएगा। जिसमें जो खामी है उसे उजागर कर दिया जाएगा। इसके लिए वह खुद केंद्रों में पहुंच कर आख्या तैयार कर रहे हैं। खामियों से भरे एवं दागी केंद्रों को परीक्षा केंद्र न बनाकर शासन की मंशा में खरा उतरा जाएगा।