सहारनपुर : शिक्षा विभाग के खातों से 68 लाख निकालने के मामले की फिर शुरू हुई जांच
🔴 प्राइमरी का मास्टर डॉट नेट का एन्ड्रॉयड ऐप क्लिक कर डाउनलोड करें ।
🔵 बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम का एन्ड्रॉयड ऐप क्लिक कर डाउनलोड करें ।
हिन्दुस्तान टीम, सहारनपुर । बीएसए के फर्जी हस्ताक्षर कर 68 लाख रुपये और नगर निगम के खाते से 18 लाख रुपये निकालने के मामले की फाइल छह माह बाद फिर खुलने वाली है। पूरे प्रकरण की दोबारा जांच की जाएगी। पुलिस सूत्रों की माने तो बरेली और दिल्ली के खातों के नाम के चैक सहारनपुर की ही पीएनबी एक बैंक शाखा में लगाए गये थे।
अप्रैल माह में बीएसके के फर्जी हस्ताक्षर कर सर्व शिक्षा अभियान के खाते से 68 लाख रुपये निकाल लिए गये थे। 14 अप्रैल को तत्कालीन बीएसए बुद्धप्रिय सिंह ने थाना सदर बाजार में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। सभी रुपये तीन खातों में नेहा, अतुल और दीपक सैनी के खातों में पूरी रकम ट्रांसफर हुई थी। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों अतुल उर्फ नेतराम उर्फ अवधेश पुत्र बिहारी लाल उर्फ महेंद्र निवासी गांव पीपरी तहसील तिलहर जनपद शाहजहांपुर व हाल निवासी सुभाष नगर बरेली व संतोष यादव पुत्र शिवराज सिंह निवासी बरेली को गिरफ्तार किया था। इस पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड आदिल निवासी जामनगर दिल्ली बताया गया था। खुलासा होने के बाद पुलिस ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। अब एक बार फिर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की है। पुलिस सूत्रों की माने तो पुलिस को इस मामले में कुछ अन्य जानकारी मिली है। इस प्रकरण में एक महिला बैंक कर्मी व बीएसए कार्यालय में तैनात एक बाबू की संलिप्ता भी सामने आई है। सहारनपुर की ही एक बैंक शाखा में सभी चैक लगाकर दिल्ली और बरेली के खातों में रुपये ट्रांसफर किये गये है। यह पूरा काम एक की कुर्सी से हुआ है। जिसकी जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि इस प्रकरण में जो भी आरोपी है वे शातिर किस्म के हैं। पूरे मामले की वे खुद बारिकी से जांच कर रहे है। कुछ सबूत हाथ आए है जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
नगर निगम के खातों से भी निकाले गये थे 18 लाख रुपये अप्रैल माह में नगर निगम के खातों से भी 18 लाख रुपये निकाले गये थे। यह रकम भी अतुल केबल नाम के खाते में ही ट्रांसफर हुई थी। इस मामले में भी थाना सदर बाजार में मुकदमा दर्ज कराया गया था।