एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

औरैया : परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर के भोजन के अलावा सप्ताह में एक बार फल व दूध की व्यवस्था पिछली सरकार ने की थी

0 comments

औरैया : परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर के भोजन के अलावा सप्ताह में एक बार फलदूध की व्यवस्था पिछली सरकार ने की थी

🔴 प्राइमरी का मास्टर डॉट नेट का एन्ड्रॉयड ऐप क्लिक कर डाउनलोड करें ।

🔵 बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट कॉम का एन्ड्रॉयड ऐप क्लिक कर डाउनलोड करें ।

जागरण संवाददाता, औरैया : परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर के भोजन के अलावा सप्ताह में एक बार फल व दूध की व्यवस्था पिछली सरकार ने की थी। भाजपा सरकार बनने के बाद अधिकांश स्कूलों में बच्चों को दूध और फल नहीं दिए जाते हैं।

परिषदीय स्कूलों में बच्चों की सेहत सुधारने के लिए मिड डे मील के साथ-साथ सप्ताह में एक बार फल व दूध वितरण की व्यवस्था है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद परिषदीय स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील तो मिल रहा है, लेकिन फल व दूध वितरण की व्यवस्था चौपट पड़ी। अधिकांश स्कूलों में फल वितरण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही की जा रही है। जबकि योजना के मुताबिक हर सोमवार को फल व हर बुधवार को दूध दिया जाना अनिवार्य है। लेकिन इसको लेकर घोर लापरवाही की जा रही है। कई महीनों से फल व दूध का पैसा सरकार द्वारा नहीं दिया गया है। इस कारण स्कूलों में फल व दूध नहीं बांटा जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसपी यादव ने बताया कि मई में फल वितरण की ग्रांट आई थी। वह सभी विद्यालयों में भेज दी गई थी। तब से लेकर अब तक कोई पैसा सरकार द्वारा नहीं आया है। इससे थोड़ी परेशानी हो रही है। स्कूलों में तैनात अध्यापक अपने पास से ही फल व दूध का वितरण करवा रहे हैं। जैसे ही ग्रांट आएगी वैसे ही उनका पैसा दे दिया जाएगा।

जागरण संवाददाता, औरैया : परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर के भोजन के अलावा सप्ताह में एक बार फल व दूध की व्यवस्था पिछली सरकार ने की थी। भाजपा सरकार बनने के बाद अधिकांश स्कूलों में बच्चों को दूध और फल नहीं दिए जाते हैं।

परिषदीय स्कूलों में बच्चों की सेहत सुधारने के लिए मिड डे मील के साथ-साथ सप्ताह में एक बार फल व दूध वितरण की व्यवस्था है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद परिषदीय स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील तो मिल रहा है, लेकिन फल व दूध वितरण की व्यवस्था चौपट पड़ी। अधिकांश स्कूलों में फल वितरण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही की जा रही है। जबकि योजना के मुताबिक हर सोमवार को फल व हर बुधवार को दूध दिया जाना अनिवार्य है। लेकिन इसको लेकर घोर लापरवाही की जा रही है। कई महीनों से फल व दूध का पैसा सरकार द्वारा नहीं दिया गया है। इस कारण स्कूलों में फल व दूध नहीं बांटा जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसपी यादव ने बताया कि मई में फल वितरण की ग्रांट आई थी। वह सभी विद्यालयों में भेज दी गई थी। तब से लेकर अब तक कोई पैसा सरकार द्वारा नहीं आया है। इससे थोड़ी परेशानी हो रही है। स्कूलों में तैनात अध्यापक अपने पास से ही फल व दूध का वितरण करवा रहे हैं। जैसे ही ग्रांट आएगी वैसे ही उनका पैसा दे दिया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।