अम्बेडकरनगर : स्वच्छता अभियान को बेसिक शिक्षा का झटका, परिषदीय विद्यालयों में ध्वस्त पड़े सैकड़ों की संख्या में शौचालय और हैंडपंप, स्कू लों में छात्रओं और शिक्षिकाओं की बढ़ी मुसीबत
संसू, अंबेडकरनगर : सरकार स्वच्छ भारत मिशन को शहर से लेकर गांव तक भले ही उम्मीदों को परवान चढ़ाने में जुटी हो लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग अभियान को ठेंगा दिखा रहा है। विद्यालयों में सुविधा और संसाधनों पर गौर किया जाए तो यहां के हालात बदतर नजर आते हैं। चाहे सफाई की व्यवस्था पर नजर डाली जाए या फिर शुद्ध पेयजल और शौचालय को देखा जाए। अधिकांश विद्यालयों में छात्रों को परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है। खास तौर छात्रएं और शिक्षिकाओं को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। विभागीय आंकड़े बताते हैं कि करीब 532 शौचालय तथा 492 हैंडपंप खराब हैं। हालांकि शौचालयों को क्रियाशील बनाने को पंचायतीराज विभाग व हैंडपंप दुरुस्त कराने में जल निगम जुटा है। 1बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में छात्रों को विद्यालय की ओर आकर्षित करने तथा पंजीयन बढ़ाने में जुटे विभागीय अधिकारियों को यहां के संसाधनों को मजबूत करने पर बल देना होगा। खास तौर पर छात्रों की मूलभूत सुविधा को चुस्त-दुरूस्त रखने के दावे धरातल पर नजर आने चाहिए। अगर विभाग की फाइलों में दर्ज हकीकत पर ही नजर डाली जाए तो नौ शिक्षाक्षेत्रों में तकरीबन 532 शौचालय ध्वस्त पड़े हैं और 492 हैंडपंप से छात्रों को शुद्ध पानी की सुविधा नसीब नहीं हो रही है। शिक्षाक्षेत्र रामनगर में फिलवक्त 29 स्कूलों में शौचालय तथा 36 स्कूलों में हैंडपंप खराब होने की जानकारी है। ऐसे ही भियांव शिक्षाक्षेत्र में 93 स्कूलों के शौचालय तथा 65 स्कूलों के हंडपंप निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। अकबरपुर शिक्षाक्षेत्र में 40 स्कूलों के शौचालय तथा 76 स्कूलों के हंडपंप निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। शिक्षाक्षेत्र भीटी में फिलहाल 17 स्कूलों में शौचालय तथा 34 स्कूलों में हैंडपंप खराब होने की जानकारी है। कटेहरी शिक्षाक्षेत्र में 94 स्कूलों के शौचालय तथा 63 स्कूलों के हंडपंप निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। शिक्षाक्षेत्र टांडा में मौजूदा समय में 53 स्कूलों में शौचालय तथा 68 स्कूलों में हैंडपंप खराब होने की जानकारी है। बसखारी शिक्षाक्षेत्र में 44 स्कूलों के शौचालय तथा 35 स्कूलों के हंडपंप निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। शिक्षाक्षेत्र जलालपुर में निरीक्षण के दौरान 97 स्कूलों में शौचालय तथा 61 स्कूलों में हैंडपंप खराब पाए गए हैं। जहांगीरगंज शिक्षाक्षेत्र में 65 स्कूलों के शौचालय तथा 54 स्कूलों के हंडपंप निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि उक्त बदहाल सुविधाओं को दुरुस्त कराए जाने की प्रक्रिया चल रही है। पंचायतीराज विभाग के माध्यम से शौचालयों को दुरुस्त कराया जाएगा। जल निगम को हैंडपंप रीबोर करने के लिए पत्र लिखा गया है। जिला पंचायतराज अधिकारी मयाशंकर मिश्र ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत आंगनबाड़ी के अलावा परिषदीय विद्यालयों के सभी शौचालयों को मॉडल के तौर पर विकसित करते हुए क्रियाशील किए जाने की कवायद जारी है।संसू, अंबेडकरनगर : सरकार स्वच्छ भारत मिशन को शहर से लेकर गांव तक भले ही उम्मीदों को परवान चढ़ाने में जुटी हो लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग अभियान को ठेंगा दिखा रहा है। विद्यालयों में सुविधा और संसाधनों पर गौर किया जाए तो यहां के हालात बदतर नजर आते हैं। चाहे सफाई की व्यवस्था पर नजर डाली जाए या फिर शुद्ध पेयजल और शौचालय को देखा जाए। अधिकांश विद्यालयों में छात्रों को परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है। खास तौर छात्रएं और शिक्षिकाओं को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। विभागीय आंकड़े बताते हैं कि करीब 532 शौचालय तथा 492 हैंडपंप खराब हैं। हालांकि शौचालयों को क्रियाशील बनाने को पंचायतीराज विभाग व हैंडपंप दुरुस्त कराने में जल निगम जुटा है। 1बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में छात्रों को विद्यालय की ओर आकर्षित करने तथा पंजीयन बढ़ाने में जुटे विभागीय अधिकारियों को यहां के संसाधनों को मजबूत करने पर बल देना होगा। खास तौर पर छात्रों की मूलभूत सुविधा को चुस्त-दुरूस्त रखने के दावे धरातल पर नजर आने चाहिए। अगर विभाग की फाइलों में दर्ज हकीकत पर ही नजर डाली जाए तो नौ शिक्षाक्षेत्रों में तकरीबन 532 शौचालय ध्वस्त पड़े हैं और 492 हैंडपंप से छात्रों को शुद्ध पानी की सुविधा नसीब नहीं हो रही है। शिक्षाक्षेत्र रामनगर में फिलवक्त 29 स्कूलों में शौचालय तथा 36 स्कूलों में हैंडपंप खराब होने की जानकारी है। ऐसे ही भियांव शिक्षाक्षेत्र में 93 स्कूलों के शौचालय तथा 65 स्कूलों के हंडपंप निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। अकबरपुर शिक्षाक्षेत्र में 40 स्कूलों के शौचालय तथा 76 स्कूलों