गोण्डा : सीएम साहब! अफसरों ने अब तक नहीं भेजा स्वेटर का प्रस्ताव
संवादसूत्र, बलरामपुर: नवंबर में ही कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है लेकिन परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को जूता-मोजा का वितरण अब तक नहीं किया गया है। वितरण के लिए आए जूते ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर धूल फांक रहे हैं। बच्चों को ठंड से बचाने के लिए विभाग ने अभी स्वेटर खरीद का प्रस्ताव ही नहीं किया है। जिम्मेदार चुनाव आचार संहिता का हवाला देकर कन्नी काट रहे हैं। ऐसे में बच्चों को ठंड में कांपते हुए स्कूल जाना पड़ता है। शिक्षा विभाग के अफसर चाहते तो चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले स्वेटर का प्रस्ताव कर सकते थे। अब चुनाव बाद प्रस्ताव कपड़ा है रने पर उसकी आपूर्ति में भी समय लगना तय है। ऐसे में बच्चों को समय से स्वेटर नहीं मिल पाएगा।
जिले में कुल 2267 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। जिसमें 1620 प्राथमिक व 647 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। चालू शैक्षिक सत्र में यहां दो लाख 17 हजार छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। इन बच्चों को नि:शुल्क वितरित करने के लिए एक माह पहले ही जूता-मोजा ब्लॉक संसाधन केंद्र पर पहुंच गया है लेकिन स्कूल में अब तक उनका वितरण शुरू नहीं हुआ है। इस कारण बच्चों को नंगे पांव स्कूल आना जाना पड़ता है। यहीं नहीं नवंबर बीतने को है लेकिन अब तक जिम्मेदार अधिकारियों ने बच्चों के लिए स्वेटर का प्रस्ताव ही नहीं भेजा है जो शिक्षा विभाग के अफसरों की उदासीनता को उजागर करती है। ऐसे में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को पैंट शर्ट पहनकर कड़ाके की ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल आना पड़ता है।
जेम पोर्टल से होनी है स्वेटर की खरीद
- वन स्?टॉप गवर्नमेंट ई-मार्किट प्?लेस पोर्टल का संक्षिप्?त रूप जेम है। इसी पोर्टल से बच्चों के लिए स्वेटर की खरीद होनी है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग को पोर्टल पर स्वेटर का प्रस्ताव भेजकर खरीददारी की जानी है।
जिम्मेदार के बोल
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेश यादव का कहना है कि स्कूल में जूता-मोजा का वितरण चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद किया जाएगा। बच्चों का स्वेटर खरीद के लिए निर्धारित पोर्टल पर जिले से प्रस्ताव भी किया जाएगा। चुनाव के कारण स्वेटर का प्रस्ताव नहीं हो सका था।