फतेहपुर : ऑनलाइन बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण प्रक्रिया घोषित होते ही विवादों में घिर गई, दो साल से बंद स्कूल को बना दिया परीक्षा केंद्र
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : ऑनलाइन बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण प्रक्रिया घोषित होते ही विवादों में घिर गई है। केंद्र निर्धारण के समय माध्यमिक शिक्षा परिषद से भारी पैमाने पर चूक हो गई है। ऐसी चूक से एक दो नहीं दो दर्जन के आसपास विद्यालय हैं। सीसीटीवी कैमरा, बाउंड्रीवाल का होना जैसे नियमों का पालन होता नहीं दिखाई दिया है। इतना ही नहीं दो साल से बंद शिक्षण संस्थान को परीक्षा केंद्र बनाकर मुसीबत खड़ी कर दी है।
कार्यालय बोर्ड में मंगलवार को केंद्रों की सूची चस्पा कर दी गई थी, जिसे देखने वालों की भीड़ लगी रही। सूची पर नजर पड़ते ही लोगों ने सिर पकड़ लिया। मानकों में सीसीटीवी की बात करें तो बानगी के तौर पर आदर्श इंटर कॉलेज सीसीटीवी कैमरा नहीं है। प्रधानाचार्य का वेतन रोका गया, लेकिन कैमरे न होने के बावजूद केंद्र बन गया। इसी तरह चंद्रपाल ¨सह सार्वजनिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बसोहनी जहां पर 100 बच्चों के बैठने की क्षमता है, वहां पर 500 का केंद्र बना दिया गया है। कमोवेश यही हाल भदवा इंटर कॉलेज में 130 धारण क्षमता और बाउंड्री नहीं है, बुदवन इंटर कॉलेज में संसाधनों का अभाव है, चौ. रघुनाथ सहाय इंका धारण क्षमता 130 है, वहीं कृषक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जरारा में भवन जर्जर है, बैठने का फर्नीचर नहीं है वर्ष 2011 में तत्कालीन डीएम पी. गुरु प्रसाद ने केंद्र बनाने से मना कर दिया था, ऐसे विद्यालयों को केंद्र बना दिया गया है। जोनिहां, सिधांव कॉलेज केंद्र बनाए गए है जो मानक में खरे नहीं उतर रहे हैं। धाता इंटर कॉलेज में प्रबंधक-प्रधानाचार्य विवाद के बावजूद केंद्र बना दिया गया। दो साल से बंद चल रहे भारती सेवा सदन लच्छीखेड़ा को भी केंद्र बना दिया गया है।
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क्या बोले जिम्मेदार
- बोर्ड परीक्षा केंद्र की सूची है, प्रथम दृष्टया अवलोकन में खामियां भी दिखाई पड़ी हैं। परिषद ने सूची जारी करते हुए खामियों को निस्तारित करने के लिए पांच दिन का समय दिया है। जिसमें जिला चयन कमेटी सुधार करेगी। इसके लिए प्रत्यावेदन भी मांगे जा रहे हैं। केंद्र निर्धारण के मानकों में सूची को खरा उतार कर दोबारा भेजा जाएगा इसके बाद फाइनल सूची जारी होगी।
महेंद्र प्रताप ¨सह, जिला विद्यालय निरीक्षक