अम्बेडकरनगर : कोषागार कार्यालय में अव्यवस्था, पेंशनर परेशान
अंबेडकरनगर : पेंशनर्स अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र नवंबर में कोषागार में जमा करते हैं। इसके चलते गुरूवार को फॉर्म जमा करने के लिए वृद्धजनों को परेशानियों को सामना करना पड़ा। इसके अलावा मानसिक रूप से विक्षिप्त और गंभीर बीमारियों से ग्रसित चलने फिरने में असमर्थ पेंशनर्स को घर जाकर देखने की व्यवस्था की गई है। लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही से ऐसे लोगों को भी परेशान होना पड़ रहा है और काउंटर पर घंटों कतार में खड़े होकर अपने बारी का इंतजार करना पड़ रहा है।इतना ही नहीं पेंशनर जमीन पर बैठकर फार्म भरते देखे गए। उन्हें बैठने के लिए कुर्सी तक की व्यवस्था नहीं है। पेंशनर शिव सहाय वर्मा ने बताया कि सुबह से लाइन लगाने के बाद भी कर्मचारियों द्वारा फॉर्म नहीं दिया जाता है। इतना ही नहीं काफी देर तक लाइन में खड़ा होना पड़ता है। ऐसे ही कई वृद्धजनों ने अपनी समस्या से अवगत कराया। इस बावत मुख्य कोषागार अधिकारी का कहना है कि पुराने प्रमाणपत्र की अवधि एक वर्ष में समाप्त हो जाती है इसलिए पेंशनर्स को नवंबर माह का समय साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए दिया गया है। जमा कराने होंगे ये कागजात पेंशनर्स को अपने जीवित होने का प्रमाण देने के दौरान कई तरह के साक्ष्य भी पेश करने होंगे। इनमें कोषागार द्वारा जारी परिचय पत्र और प्रमाणित फोटोयुक्त पेंशन भुगतान आदेश, बैंक पासबुक (जिसमें प्रबंधक द्वारा प्रमाणित फोटो कॉपी लगी हो), पैनकार्ड की छाया प्रति, आयकर अदायगी/बचत के विवरण शामिल हैं। इसके अलावा जीवित होने के आवेदन फार्म में फोटो लगाने के लिए फोटोग्राफ की एक प्रति लाना जरूरी है। हालांकि वरिष्ठ कोषाधिकारी का कहना है कि भीड़ के चलते अव्यवस्था रही। हर संभव सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है।