एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

इलाहाबाद : सेवाकाल में अक्षमता पर कम वेतनमान पर रखना गलत : हाईकोर्ट

0 comments

इलाहाबाद : सेवाकाल में अक्षमता पर कम वेतनमान पर रखना गलत : हाईकोर्ट

हिन्दुस्तान टीम, इलाहाबाद । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण आदेश में कहा है कि कोई कर्मचारी किसी वजह से मूल पद पर कार्य के लिए अक्षम हो जाता है तो विभाग उसे कम वेतनमान पर दूसरे काम में नहीं रख सकता। कर्मचारी को उसी वेतनमान पर दूसरे पद पर रखा जा सकता है। कोर्ट ने रैंक से छोटे पद पर कार्य के लिए कम वेतन देने पर रेलवे पर 50 हजार रुपये हर्जाना लगाया है। साथ ही कर्मचारी को उसके मूल वेतनमान के साथ समान पद पर तैनात करने का निर्देश दिया है।

यह आदेश न्यायमूर्ति भारती सप्रू एवं न्यायमूर्ति सिद्धार्थ की खंडपीठ ने केंद्र सरकार की याचिका को खारिज करते हुए दिया। कोर्ट ने पीड़ित कर्मचारी एसक्यू अहमद को बकाया वेतन सात फीसदी ब्याज के साथ एक माह में भुगतान करने का निर्देश भी दिया है। कोर्ट ने कहा कि कम वेतन देने से न केवल कर्मचारी के जीवन स्तर पर प्रभाव पड़ेगा बल्कि उसका परिवार भी प्रभावित होगा। ऐसे में अक्षम कर्मचारी को कम वेतन पर नियुक्ति नहीं दी जा सकती।

केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण ने रेलवे कर्मचारी को राहत देते हुए कहा था कि कम वेतनमान पर नियुक्ति गलत है। उसे पद के समान वेतन पर दूसरे विभाग में रखा जाए। रेलवे ने याचिका में इसी आदेश को चुनौती दी थी। मामले के तथ्यों के अनुसार, कर्मचारी की आंख की कमजोरी के कारण उसे विभाग में दूसरे पद पर कम वेतन पर तैनात किया, जिसे कैट में चुनौती दी गई। कर्मचारी का कहना था कि सेवाकाल में अक्षमता आने पर उसे समान वेतनमान पर दूसरे कार्य के लिए नियुक्त किया जा सकता है। रेलवे उसे कम वेतनमान पर दूसरे काम के लिए नियुक्त नहीं कर सकता।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।