इलाहाबाद : यूपी बोर्ड, दो हजार कम हो जाएंगे परीक्षा केंद्र
अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद । माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की 2018 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सरकार ने इस बार राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाने में प्राथमिकता देने का फरमान जारी किया है। ऐसे में पिछली परीक्षा की तुलना में इस बार केंद्रों की संख्या तकरीबन दो हजार कम हो जाएगी, क्योंकि परिषद ने वित्त विहीन विद्यालयों के बजाए राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालय परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या अधिक कर दी है।
वर्ष 2018 की परीक्षा के लिए केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन हो रहा है। परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया में पहले ही विलंब हो चुका है। इस बीच मंगलवार को अपर सचिव संजय अग्रवाल वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी समीक्षा करेंगे, सो परिषद के अफसर सोमवार को देर रात तक परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में जुटे रहे। इस बीच बरेली, मेरठ मंडल से जुड़े जिलों समेत 45 से अधिक जिलों में केंद्रों का निर्धारण हो गया।
अब तक जितने भी केंद्र निर्धारित किए गए हैं, उसमें राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों को ही तरजीह दी गई है। वर्ष 2017 की हाईस्कूल परीक्षा के लिए 11413 तथा इंटरमीडिएट के लिए 10868 केंद्र बनाए गए थे। इंटर के मुकाबले हाईस्कूल में परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होती है सो पिछली परीक्षा में हाईस्कूल के लिए इंटर के मुकाबले 545 केंद्र अधिक बनाए गए, लेकिन वर्ष 2018 हाईस्कूल और इंटरमीडिएट मिलाकर केंद्रों की संख्या नौ-नौ हजार के आसपास ही रहने की उम्मीद है, क्योंकि वित्त विहीन विद्यालयों को केंद्र बनाने के बजाए राजकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालय केंद्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या अधिक कर दी गई है। सचिव नीना श्रीवास्तव के मुताबिक अब तक जितने केंद्र निर्धारित हो चुके हैं, वीडियो कान्फ्रेंसिंग उन्हीं पर होगी। शेष केंद्रों का निर्धारण भी अगले दो-तीन दिन में कर दिया जाएगा।